Not Just A Grandma: 44 साल की उम्र में फिर से शुरू की पढ़ाई.... 53 की उम्र में की Ph.D... और अब 57 की उम्र में बनी रोड़ीज

57 साल की उम्र में, जब अधिकतर लोग रिटायरमेंट की ओर देखते हैं तब आशु जैन ने MTV के मशहूर शो Roadies 20: Double Cross में पहुंचकर मिसाल कायम की.

Ashu Jain (Photo: Instagram/@not.just.a.grandma)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 22 मई 2025,
  • अपडेटेड 11:43 AM IST

सोशल मीडिया फिटनेस और लाइफ से जुड़ा मोटिवेशनल कंटेंट शेयर करने वाली आशु जैन आज एक जाना-माना नाम बन चुकी हैं. उनके इंस्टाग्राम हैंडल "Not Just A Grandma" पर 2.4 लाख से भी ज़्यादा फॉलोअर्स हैं. यह न सिर्फ उनकी फिटनेस को दर्शाता है बल्कि उनके मजबूत माइंडसेट की भी मिसाल है.

57 साल की उम्र में, जब अधिकतर लोग रिटायरमेंट की ओर देखते हैं तब आशु जैन ने MTV के मशहूर शो Roadies 20: Double Cross में पहुंचकर मिसाल कायम की. उन्होंने न सिर्फ जजों को अपने मजबूत व्यक्तित्व और जबरदस्त फिटनेस से प्रभावित किया, बल्कि यंग कंटेस्टेंट्स के बीच भी एक दमदार जगह बनाई. 

पहले M.Tech और फिर IIT से की Ph.D 
आशु जैन का सफर सिर्फ फिटनेस तक सीमित नहीं है. आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने 53 साल की उम्र में IIT से PhD पूरी की. जी हां, शादी के बाद उन्होंने अपना पूरा ध्यान अपने तीन बच्चों की परवरिश पर लगाया. लेकिन मन में हमेशा मलाल रहा कि आगे पढ़ न सकीं. 44 साल की उम्र में उनके बच्चों ने उन्हें अपनी पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने द बेटर इंडिया को बताया, "मैं अपनी पढ़ाई पूरी न कर पाने या करियर न बना पाने के बारे में शिकायत करती थी. फिर मेरे बच्चों ने मुझसे कहा कि अब मेरे लिए कुछ करने का समय आ गया है और उन्होंने मुझे अपने दिल की बात मानने के लिए कहा."

44 साल की उम्र में उन्होंने फिर से किताबें उठाईं और M.Tech में एडमिशन लिया. उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया से एमटेक की पढ़ाई पूरी की. दिलचस्प बात है कि जब वह जामिया से एमटेक कर रही थीं तो उसी दौरान उनकी बेटी जामिया से बी.टेक की पढ़ाई कर रही थीं. मास्टर्स के बाद, आशु ने 53 साल की उम्र में IIT दिल्ली से पीएचडी की. अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने लिखा, “कॉलेज जाते वक्त लोगों की बातें सुननी पड़ीं- ‘बच्चों को पढ़ाने की उम्र में खुद बैग उठाकर कॉलेज जा रही है’, ‘घर का हाल देखो’, लेकिन मैंने कभी ध्यान नहीं दिया. मुझे सिर्फ अपने सपने पूरे करने थे.”

44 की उम्र में शुरू किया फिटनेस का सफर
जब 44 की उम्र में आशु को ब्लड प्रेशर, कमर दर्द, वजन बढ़ना जैसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने लगीं, तो डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने तुरंत अपनी लाइफस्टाइल बेहतर करने पर फोकस किया. उन्होंने वॉकिंग से रूटीन शुरू किया और फिर अपनी उम्र के हिसाब से स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की. कुछ समय बाद उन्होंने एक जिम जॉइन की और यहां से मिली सख्त डाइट, और फिटनेस रूटीन ने उन्हें बिल्कुल नया रूप दिया. अब वे सोशल मीडिया पर ना सिर्फ फिटनेस टिप्स देती हैं बल्कि लाखों लोगों को प्रेरित भी करती हैं. 

फिर पहुंची Roadies 
एक इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने खुलासा किया कि उनके फिटनेस कोच लखविंदर सिंह ने उन्हें रोडीज़ के लिए ट्राई करने की सलाह दी थी. आशु को पता था कि यह रास्ता आसान नहीं होगा, लेकिन उन्होंने चुनौती स्वीकार की और अपने सपने की ओर कदम बढ़ा दिया. शो में उनकी एंट्री इतनी आसान नहीं थी। दिल्ली में हुए ऑडिशन में वे पर्सनल इंटरव्यू राउंड तक नहीं पहुंच पाईं. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और हैदराबाद ऑडिशन में अपनी किस्मत फिर से आज़माई. इस बार उनकी कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास ने रंग दिखाया. 

जी रही हैं अपनी जिंदगी 
आशु जैन ने उम्र के इस पड़ाव पर खुद को अकेला महसूस कराने की बजाय खुद को ही अपना साथी बनाया. आज के समय में बुजुर्गों को अकेलापन क्यों महसूस होता है- क्योंकि उनके बच्चे अपनी-अपनी जिम्मेदारियों में उलझे होते हैं. लेकिन आशु ने इस अकेलेपन को एक अवसर में बदला. उन्होंने कहा कि अब उनके पास खुद के लिए समय है और वो वही सब कर रही हैं जो पहले नहीं कर पाईं- जैसे घूमना, डांस करना, नई हॉबीज़ अपनाना. 

आशु के पति पहले संदेह में थे लेकिन अब वे भी उनके साथ फिटनेस रूटीन अपना रहे हैं. उनके खुद की लाइफस्टाइल बदलने से पूरे घर का माहौल बदला है. आज उनका बेटा, दोनों बेटियां और नातिन उनके सबसे बड़े चीयरलीडर्स हैं. आशु जैन की कहानी हमें यही सिखाती है, "अगर हिम्मत हो और जज़्बा जिंदा हो, तो उम्र नहीं रोक सकती हमें किसी भी मंज़िल तक पहुंचने से."

 

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