गुजरात के कच्छ में धोरडो गांव की सफेद रण के कारण पर्यटन जगत में वैश्विक पहचान है. धोरडो को संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) ने बेस्ट टूरिज्म विलेज का दर्जा दिया था. अब धोरडो गांव एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर चुका है. अब यह गांव पूरी तरह से 100% सोलराइजेशन (सौरीकरण) वाला गांव बन गया है. इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल भावनगर से आयोजित समुद्र से समृद्धि कार्यक्रम के अंतर्गत करेंगे.
राज्य का चौथा सोलर गांव
मेहसाणा के मोढेरा, खेड़ा के सुखी और बनासकांठा के मसाली गांव के बाद धोरडो, गुजरात का चौथा गांव बन गया है, जिसने पूरी तरह सौर ऊर्जा को अपनाया है. प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत धोरडो गांव के 100% आवासीय कनेक्शनों का सोलराइजेशन किया गया है. 81 घरों की छतों पर लगे सोलर रूफटॉप से 177 किलोवॉट की क्षमता विकसित हुई है.
गांव को फायदा
ग्रामीणों में खुशी की लहर
धोरडो गांव के सरपंच ने बताया कि यह गांव सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थित है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के प्रयासों से यहां पहले ही काफी विकास हो चुका है. अब पूरे गांव में सोलर रूफटॉप लगने से ग्रामीणों के बिजली खर्च में भारी कमी आएगी.
उन्होंने कहा कि सरकार की सब्सिडी और बैंक ऋण से ग्रामीणों को अतिरिक्त बोझ नहीं उठाना पड़ा और गांव के लोग इस पहल से बेहद खुश हैं.
धोरडो का यह कदम न केवल नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में मिसाल है, बल्कि यह गांव आने वाले समय में पर्यटन और ऊर्जा बचत दोनों क्षेत्रों में आदर्श मॉडल साबित होगा.
(ब्रिजेश दोशी की रिपोर्ट)