फरीदाबाद के ग्रीन फील्ड कॉलोनी में सोमवार तड़के एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब देर रात घर में एसी में आग लगने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई. हादसे में पति, पत्नी और उनकी छोटी बेटी की जान चली गई, जबकि उनका बेटा गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में इलाज चल रहा है.
यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि एसी में आग लगने के खतरे कितने गंभीर हो सकते हैं, खासकर गर्मी और उमस के मौसम में.
एसी में आग लगने के मुख्य कारण
1. लगातार एसी चलाना
गर्मी से बचने के लिए लोग अक्सर रात भर एसी को चालू रखते हैं. लगातार कई घंटों तक एसी चलाने से कंप्रेसर पर दबाव बढ़ता है और उसके ज्यादा गरम होने से आग या विस्फोट का खतरा बढ़ जाता है.
2. इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट
विशेषज्ञों के अनुसार, एसी में आग लगने के मामलों में शॉर्ट सर्किट भी एक बड़ा कारण है. अक्सर ये छोटी खराबियां रात में लोगों के सोते समय होती हैं, जिससे समय रहते समस्या का पता नहीं चल पाता और छोटी सी चिंगारी बड़ी दुर्घटना में बदल जाती है.
3. ओवरहीटिंग और टर्बो मोड का इस्तेमाल
लगातार टर्बो मोड पर एसी चलाने से सिस्टम पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. यह न केवल ऊर्जा की खपत बढ़ाता है बल्कि एसी के ज्यादा गरम होने की संभावना भी बढ़ाता है.
सुरक्षा के लिए ज़रूरी टिप्स
विशेषज्ञों का मानना है कि छोटे-छोटे सुरक्षा उपाय अपनाकर इस तरह की बड़ी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है.
1. लगातार एसी न चलाएं
पुराने एसी को लंबे समय तक लगातार न चलाएं. टाइमर मोड का इस्तेमाल करें ताकि एसी अपने आप बंद हो सके और कंप्रेसर को ठंडा होने का समय मिले.
2. नियमित सर्विसिंग ज़रूरी
3. आउटडोर यूनिट की सफाई करें
अक्सर लोग स्प्लिट एसी की अंदरूनी यूनिट पर ध्यान देते हैं, लेकिन बाहर की यूनिट धूल और गर्मी की वजह से जल्दी खराब हो सकती है. समय-समय पर इसकी सफाई करना ज़रूरी है.
4. पुराने एसी को बदलें
अगर आपका एसी बहुत पुराना है या बार-बार दिक्कत देता है, तो नया और सुरक्षित मॉडल अपनाना बेहतर है.
फरीदाबाद की यह घटना इस बात की कड़ी चेतावनी है कि एसी का सही रखरखाव कितना ज़रूरी है. पुराने सिस्टम पर ज्यादा दबाव डालना खतरनाक हो सकता है. नियमित सफाई, समय-समय पर सर्विसिंग और सुरक्षित उपयोग से ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है.
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