आजकल हर कोई चाहता है कि उसे केमिकल फ्री खाना मिले. इसके लिए तरह-तरह के जतन किए जाते हैं. हालांकि कुछ चीजें ऐसी हैं, जिनको आप अपनी बालकनी में उगा सकते हैं और केमिकल से बच सकते हैं. हरा धनिया किसी भी सब्जी का टेस्ट बदल देती है. इसको आप नेचुरल तरीके बालकनी में आसानी से उगा सकते हैं. सितंबर महीने में इसे बालकनी में केमिकल फ्री तरीके से उगा सकते हैं.
बालकनी में कैसे उगाएं धनिया?
चलिए आपको स्टेप-बाय-स्टेप बताते हैं, ताकि आप हरा धनिया बालकनी में उगाकर सब्जी का टेस्ट बदल सकें.
- बालकनी में उगाने के लिए साबुत धनिया का बीज लेना चाहिए. साबुत धनिया को एक दिन धूप में सुखा लें.
- इसके बाद धनिया को दो टुकड़ों में तोड़ लें. इसके बाद धनिया के दो हिस्से वाले बीजों को रातभर पानी में भिगोकर रख दें.
- बालकनी में हरा धनिया उगाने के लिए सबसे पहले 10 से 12 इंच का कोई गमला लेना चाहिए.
- मिट्टी और थोड़ी वर्मी कंपोस्ट खाद मिलाकर गमले को पूरी तरह से भर दें. ये ध्यान रखना होगा कि गमले में नीचे की तरफ पानी निकलने के लिए छेद होना चाहिए.
- धनिया के बीजों को मिट्टी में करीब आधा इंच गहरे में बोना चाहिए. इसके बाद इसके ऊपर थोड़ी सी मिट्टी डाल देनी चाहिए.
- गमले में बीज बोने के बाद पानी का छिड़काव करना चाहिए. हालांकि इस बार का ध्यान रखना चाहिए कि पानी ज्यादा मात्रा में ना हो.
- इसके बाद गमले को धूप वाली जगह पर रख दें. दिन में कम से कम 3 से 4 घंटे की धूप मिलनी चाहिए.
- गमले की मिट्टी को हमेशा नम रखें, लेकिन ज्यादा गीला ना करें. जब मिट्टी सूखने लगे तो पानी का स्प्रे करें.
- धनिया के पौधे 20 से 25 दिन में तैयार हो जाते हैं. जब पत्तियां 5 से 6 इंच की हो जाए तो इसे नीचे से काट सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं.
- धनिया के पूरे पौधे को उखाड़ना नहीं चाहिए. सिर्फ पत्तियों का काटना चाहिए. इससे पौधा बढ़ेगा और धनिया मिलता रहेगा.
सब्जी में धनिया के इस्तेमाल के फायदे-
- धनिया खाने से पाचन बेहतर होता है. पेट में दर्द भी नहीं होता है.
- धनिया में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, इससे स्किन सेहतमंद होती है.
- धनिया में विटामिन सी पाया जाता है, इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.
- धनिया में मौजूद फाइबर वजन कम करने में मदद करता है.
- धनिया में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं.
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