परीजात उर्फ हरसिंगार (Nyctanthes arbor-tristis) का पौधा रात में खिलने वाले खुशबूदार सफेद-नारंगी फूलों के लिए बेहद पसंद किया जाता है. इसके अलावा यह कई मेडिसिनल और धार्मिक कार्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. इस पौधे का छोटा कद इसे छोटे बगीचे के लिए परफेक्ट बनाते हैं. आइए जानते हैं कि आप अपने होम गार्डन में परीजात का पौधा कैसे उगा सकते हैं.
1. सही जगह का करें चयन
परीजात को 4-6 घंटे धूप और हल्की छाया की जरूरत होती है. इसे आंगन, बालकनी या छत पर लगाना सही है.
परीजात 6-10 फीट तक बढ़ता है, 12-14 इंच चौड़ा और 12 इंच गहरा गमला लो, जिसमें जल निकासी के छेद हों.
इसे तेज हवाओं से बचाना जरूरी है, क्योंकि इसकी टहनियां नाजुक होती हैं. गमले को ऐसी जगह रखें जहां सुबह की धूप मिले और दोपहर में हल्की छाया हो.
2. गमले और मिट्टी की तैयारी
गमले में दोमट मिट्टी डालना पौधे के लिए बेस्ट है. इसका पीएच 6-7 हो तो बेस्ट है. गमले में मिट्टी, जैविक खाद (गोबर या कम्पोस्ट) और रेत को 2:1:1 के अनुपात में मिलाएं. गमले के तल में कंकड़ डालें ताकि पानी न जमा हो. मिट्टी को नम रखें लेकिन गमले में जलभराव न होने दें. अगर गमले में पानी भर जाता है तो पौधा लगाने पर परीजात की जड़ें सड़ सकती हैं.
3. पौधे या बीज का चयन
अगर आप अपने होम गार्डन में सीधा पौधा लगाना चाहते हैं तो नर्सरी से 1-2 फीट का स्वस्थ परीजात पौधा लें, जिसमें हरी पत्तियां और मजबूत जड़ें हों. अगर आप अपना पौधा बीज से उगाना चाहते हैं तो परिपक्व फलियों से बीज लें. बीजों को 24 घंटे गुनगुने पानी में भिगोएं या 10 मिनट गर्म पानी (50°C) में भिगोकर ठंडे पानी में डाल दें. इससे अंकुरण तेज होता है. बीज को 0.5 इंच गहराई पर नम मिट्टी में बो दें. 10-20 दिनों में बीजों से अंकुर निकल आएंगे. नर्सरी का पौधा जल्दी फूल देता है, जबकि बीज से उगा पौधा 2-3 साल में फूलता है. स्वस्थ पौधा चुनने से समय बचेगा.
4. ऐसे लगाएं पौधा
- गमले में मिट्टी का मिश्रण भरकर पौधे को बीच में रखें और जड़ें फैलाकर उसे मिट्टी से ढक दें. जड़ का कॉलर मिट्टी की सतह पर होना चाहिए. मिट्टी दबाकर पानी डाल दें.
- अगर आप जमीन में पौधा लगा रहे हैं तो गड्ढे में पौधा रखें, इसकी जड़ें फैलाएं, मिट्टी-खाद मिश्रण से भरकर दबाएं और फिर पानी डाल दें.
- बीज बोने पर 2-3 बीज हर गड्ढे में डाल दें. अंकुरण के बाद कमजोर पौधे हटा दें. छोटे पौधे को सहारे (बांस) से बाँधो. रोपण के बाद अच्छे से पानी दो ताकि मिट्टी जम जाए.
5. ऐसे करें पौधे की देखभाल
- पानी : पहले साल नियमित पानी दें, खासकर गर्मियों में. मिट्टी नम रखें, पर जलभराव न हो. सर्दियों में पानी कम कर दें.
- खाद : हर 2-3 महीने में जैविक खाद या NPK (10:10:10) पौधे में डालें. गमले में लिक्विड खाद भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
- छंटाई : अनचाही या सूखी टहनियों को सर्दियों में काटो. इससे पौधा घना और आकर्षक रहेगा.
- कीट नियंत्रण : चीटियों और दीमक से बचाने के लिए नीम तेल का छिड़काव करें. परीजात आमतौर पर कीट-प्रतिरोधी है.
- मल्चिंग : गर्मियों में गमले की मिट्टी पर सूखी पत्तियां डालें ताकि नमी बनी रहे. सर्दियों में पत्तियां गिरना सामान्य है.
6. पौधे के लिए टिप्स
परीजात छोटे गार्डन के लिए बेस्ट है, क्योंकि यह ज्यादा जगह नहीं लेता. गमले में उगाने से इसका साइज़ कंट्रोल में रहता है. हर 2-3 साल में गमला बड़ा कर सकते हैं या जड़ें छांटकर मिट्टी बदल सकते हैं. रात में खिलने वाले फूलों की सुगंध के लिए इसे ऐसी जगह लगाएं कि इसकी खुशबू घर के अंदर आती रहे. फूल सुबह गिरते हैं, इसलिए रात में गमले के नीचे कपड़ा बिछा दें. गर्मियों में यह खूब फूलता है.
खरपतवार नियमित रूप से हटाते रहें और मिट्टी की नमी चेक करते रहें. थोड़ी सी केयर से परीजात आपके गार्डन को रात की रानी बना देगा!