उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में 'एक फूल, दो माली' की तर्ज पर एक कुत्ते के मालिकाना हक़ के विवाद का एक अजीबोगरीब मामला आया है. एक ही कुत्ते पर दो लोगों ने मालिकाना हक का दावा किया है. विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष पुलिस थाने पहुंच गए. पुलिस ने कुत्ते को अस्थायी हिरासत में ले लिया है और दोनों से उसका प्रमाण पत्र मांग रही है. कुत्ते के इस विवाद की खबर से थाने में लोगों की भीड़ जमा हो गई हैं. वहीं, कुत्ते का मालिक होने का दावा करने वाले एक पक्ष के बच्चे थाने में रो-रोकर बेहाल हैं और कुत्ते को छोड़ने की गुहार पुलिसकर्मियों से लगा रहे हैं.
एक कुत्ता, दो का दावा-
मामला है हमीरपुर जिले के थाना सुमेरपुर क्षेत्र का जहा के कुंडौरा निवासी किसान श्रीपत कुशवाहा की पुत्री सेजल कुशवाहा ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर बताया कि उसके पालतू लेब्राडोर कुत्ते को कस्बा सुमेरपुर के वार्ड संख्या 16 निवासी घनश्याम चुपके से खोलकर गांव से अपने साथ ले आया है. वहीं, घनश्याम का कहना है कि उसका पालतू लेब्राडोर एक पखवारे पूर्व लापता हो गया था, उसे जानकारी मिली थी कि वह कुंडौरा गांव में है, वहां जाकर देखा तो वह श्रीपत कुशवाहा के दरवाजे बंधा हुआ था. जिसको लेकर वह आ गया.
किसका है डॉग?
मामला इतना उलझ गया कि घनश्याम जब उसे कुत्ते को भूरा नाम से पुकारता है तो वह उसके पास भगा चला जाता है. वहीं, श्रीपत कुशवाहा की पुत्री सेजल कुशवाहा जब उसे शेरु नाम से पुकारती है तो वह उसके आगे पीछे पूछ हिलाकर घूमने लगता है. इससे संदेह होने लगता है कि यह लेब्राडोर किसका है?
असली मालिक को मिला डॉग-
पुलिस असली मालिक के लिए उसके पालने के अन्य सबूत मांगे. कुंडौरा गांव निवासी किसान श्रीपत कुशवाहा का दावा है कि उसने जिस पशु डॉक्टर से बचपन से लेकर अब तक उपचार कराया है, उसे साक्ष्य के तौर पर ला सकता है. पुलिस ने डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा है. अब डॉक्टर थाने में जाकर लेब्राडोर के असली मालिक की पहचान की. 14 अक्टूबर की शाम को सुमेरपुर थाने की पुलिस ने कुत्ते के असली मालिक की पहचान कर उसे कुत्ते को सौंप दिया.
(नाहिद अंसारी की रिपोर्ट)
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