भूतहा मकान बन रहा इन्वेस्टमेंट हॉटस्पॉट! जापान में बढ़ रही सुसाइड और मर्डर वाले घरों की मांग… लेकिन क्यों? 

टोक्यो जैसे शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं. एक 70 स्क्वायर मीटर सेकंड हैंड अपार्टमेंट की कीमत मई 2025 में 1 करोड़ येन (लगभग ₹46 लाख) से ऊपर पहुंच गई है. ऐसे में ‘जिको बुक्केन’ सस्ते विकल्प बनकर सामने आ रहे हैं. हत्या वाली प्रॉपर्टी मार्केट रेट से 80% तक सस्ती है.

भूतहा मकान (फोटो- प्रतीकात्मक तस्वीर)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 02 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 12:46 PM IST

क्या आप उस घर में रहना चाहेंगे जहां किसी ने आत्महत्या की हो? या फिर जहां किसी की लाश कई दिनों तक सड़ती रही हो?  जापान में ये अब डरावना नहीं, बल्कि 'डील ऑफ द ईयर' माना जा रहा है!

Tokyo, Chiba जैसे बड़े शहरों में एक अजीब ट्रेंड उभर रहा है- ‘जिको बुक्केन’ यानी ‘दुर्भाग्यपूर्ण घर’ अब निवेशकों और घर की तलाश में लगे लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं.

इन घरों में किसी की हत्या हुई होती है, आत्महत्या हुई होती है या फिर कोई बुजुर्ग अकेले मर गया होता है जिसकी लाश कई दिनों बाद मिली होती है. पहले लोग ऐसे घरों के नाम से भी कांपते थे, अब उनके लिए होड़ मची है!

भूतों की जांच करता है यह रियल एस्टेट एजेंट!
काजुतोशी कोडामा, जापान के पहले घोस्ट इन्वेस्टिगेटर’ जो रियल एस्टेट कंसल्टेंट भी हैं. वे ऐसे घरों के लिए घोस्ट फ्री सर्टिफिकेट जारी करते हैं. काजुतोशी चिबा बताते हैं कि एक शांत रिहायशी इलाके में एक ऐसा घर है, जहां 7 साल पहले एक बुजुर्ग महिला ने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. बीते साल उसके बेटे की भी लाश वहीं मिली. करीब 10 दिन तक किसी को खबर तक नहीं लगी!

लेकिन कोडामा इस घर में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक खुद रुक चुके हैं, वो भी करीब 20 बार! चार वीडियो कैमरे, थर्मल कैमरा, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड मीटर, एयर प्रेशर गेज, थर्मामीटर और IC रिकॉर्डर के साथ. हर घंटे डेटा नोट करते हैं.

अगर उन्हें किसी तरह की पैरानॉर्मल ऐक्टिविटी नहीं मिलती, तो वह एक “घोस्ट-फ्री सर्टिफिकेट” जारी करते हैं.  ये अब लोगों के लिए ‘सांत्वना प्रमाणपत्र’ जैसा है.

घर भले डरावना हो, लेकिन कीमत तो सस्ती है!
टोक्यो जैसे शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं. एक 70 स्क्वायर मीटर सेकंड हैंड अपार्टमेंट की कीमत मई 2025 में 1 करोड़ येन (लगभग ₹46 लाख) से ऊपर पहुंच गई है. ऐसे में ‘जिको बुक्केन’ सस्ते विकल्प बनकर सामने आ रहे हैं. हत्या वाली प्रॉपर्टी मार्केट रेट से 80% तक सस्ती है. वहीं, आत्महत्या या अकेले मौत वाली प्रॉपर्टी 20-30% सस्ती है.

इन प्रॉपर्टीज में रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट भी हाई है.
 MarksLife नाम की एक कंपनी जो इन घरों में बौद्ध रीति-रिवाज से आत्माओं की शांति के लिए पूजा करवाती है, कहती है कि इन घरों पर औसत इन्वेस्टमेंट रिटर्न 8.4% है, जबकि टोक्यो में आम स्टूडियो अपार्टमेंट का रिटर्न सिर्फ 3.5% है.

गौरतलब है कि जापान में बुजुर्गों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. देश की 14% से ज्यादा आबादी 65 साल से ऊपर है और अकेले रह रही है. अनुमान है कि आने वाले 20 सालों में यह संख्या 20% से भी ज्यादा हो जाएगी.

ऐसे में सामाजिक रूप से अलग-थलग होने की वजह से हुई मौतें यानी ‘solitary deaths’ अब आम हो गई हैं.  सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में 21,900 लोग ऐसे थे जिनकी मौत के 8 दिन बाद लाश मिली.

सरकार की नई गाइडलाइन और बदलती सोच
2021 में जापान सरकार ने नियम बनाए कि अगर किसी घर में मृत्यु के 3 साल गुजर चुके हों, तो उसे 'misfortunate property' नहीं माना जाएगा.
अब रियल एस्टेट एजेंट्स उस जानकारी को छिपा नहीं सकते, लेकिन अगर 3 साल गुजर जाएं, तो वे उसे सामान्य घर की तरह बेच सकते हैं. साथ ही, युवा खरीदार अब ऐसे घरों को ज्यादा खुले दिल से देख रहे हैं.


 

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