गर्मियों की तपिश के बाद भारत में बरसात का मौसम राहत लेकर आता है. लेकिन ये राहत अक्सर ड्राइवरों के लिए चुनौती भी बन जाती है. भारी बारिश से सड़कों पर जलभराव, फिसलन और गड्ढे जैसी समस्याएं आम हैं. ऐसे हालात में गाड़ी चलाना आसान नहीं होता. पानी इंजन तक पहुंच सकता है, ब्रेकिंग सिस्टम कमजोर हो सकता है और विज़िबिलिटी भी घट जाती है. अगर सावधानी न बरती जाए तो अचानक खराबी या महंगे रिपेयर का सामना करना पड़ सकता है.
जलभराव वाली जगहों पर एसी बंद करें
कंटेंट क्रिएटर्स और ऑटो एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर गाड़ी पानी से भरी सड़क पर फंसी हो और पानी आपके बंपर के बीच तक आ गया हो, तो सबसे पहला काम एसी बंद करना चाहिए. जब एसी ऑन होता है तो रेडिएटर फैन चलता रहता है. पानी में फैन ब्लेड घूमेंगे तो टूट सकते हैं या पानी और ज्यादा खींच सकते हैं. इसका असर इंजन और इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स पर बुरा पड़ता है.
तेज़ एक्सेलेरेशन से बचें
अक्सर लोग पानी में फंसी गाड़ी निकालने के लिए एक्सेलेरेटर जोर से दबा देते हैं. लेकिन यह गलती है. असली खतरा साइलेंसर में पानी जाने से नहीं, बल्कि एयर इनटेक से होता है. वहीं से इंजन “सांस लेता” है. जितना ज्यादा एक्सेलेरेटर दबाएंगे, उतना ज्यादा पानी खिंचकर अंदर जा सकता है. इससे इंजन को नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है.
पानी का लेवल बंपर से ऊपर न जाने दें
अगर सड़क पर पानी आपके हेडलाइट या बंपर से ऊपर पहुंच गया है, तो गाड़ी को बंद रखना ही सबसे सुरक्षित विकल्प है. ज्यादातर कारों का एयर इनटेक इसी लेवल पर होता है. ऐसे में इंजन तक पानी पहुंच गया तो गाड़ी को स्टार्ट करने की कोशिश और भी खतरनाक हो सकती है.
इंजन बंद हो जाए तो दोबारा स्टार्ट न करें
कभी-कभी होता है कि गाड़ी पानी में चलते-चलते अपने आप बंद हो जाती है. यह साफ संकेत है कि पानी एयर इनटेक में जा चुका है. ऐसी स्थिति में गाड़ी को दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश न करें. इंजन लॉक हो सकता है, जिसे ठीक कराने में भारी खर्च आ सकता है.
सावधानी ही सुरक्षा है
बरसात के दिनों में ड्राइविंग करते समय धैर्य और सावधानी सबसे बड़ा हथियार है. अनावश्यक रिस्क लेने के बजाय, बेहतर होगा कि आप जलभराव वाली जगहों से बचें. अगर मजबूरी में ऐसी जगह से गुजरना पड़े तो उपरोक्त सुझावों का पालन ज़रूर करें.
बरसात का मौसम जितना सुकून देता है, उतनी ही जिम्मेदारी भी ड्राइवर पर डालता है. सही तरीके से गाड़ी चलाकर आप न सिर्फ अपनी, बल्कि दूसरों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकते हैं.