मूली में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारी बॉडी के लिए फायदेमंद होते हैं. कई लोग सलाद के साथ सब्जी तक में मूली का इस्तेमाल करते हैं. मूली आसानी से मार्केट में भी उपलब्ध होती है. लेकिन अगर आप घर में उगाई मूली खाना चाहते हैं तो इसे अपने बालकनी या छत पर आसानी से उगा सकते हैं. चलिए आपको इसका पूरा प्रोसेस बताते हैं.
मूली के लिए कैसे तैयार करें मिट्टी?
मूली की खेती खरीफ, रबी और जायद में भी की जा सकती है. खरीफ में जुलाई से अगस्त, रबी में अक्टूबर से नवंबर तक और जायद में फरवरी से मार्च क इसे उगा सकते हैं. इसके लिए गमले में मिट्टी जल निकासी वाली मिट्टी लेनी चाहिए. मूली उगाने के लिए 6-7 पीएच के साथ दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है. इस मिट्टी में मूली के पौधे अच्छी तरह से बढ़ते हैं.
कैसे बोना चाहिए बीज?
मूली को उगाने के लिए गमले में बीजों को जमीन में 1/2 इंच गहराई में बोना चाहिए. बीजों को एक-दूसरे से करीब एक इंच की दूरी पर बोना चाहिए. इसके बाद बीजों को मिट्टी की एक पतली परत से ढकना चाहिए. बीज बोने के बाद गमले में पानी डालना चाहिए.
पानी डालते समय इसका रखें ध्यान-
गमले में समय-समय पर पानी डालना चाहिए. लेकिन एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि मूली को अच्छी तरह से पनपने के लिए नमी की जरूरत होती है. इसलिे मिट्टी गीली नहीं होनी चाहिए. ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ने लगती हैं. लेकिन गमले को सूखने भी नहीं देना चाहिए.
मूली के पौधे के कितनी धूप चाहिए?
मूली के पौधों को अच्छी धूप की जरूरत होती है. इसको रोजाना 6-7 घंटे धूप की जरूरत होगी. इसलिए घर में गमले को ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहां पर्याप्त धूप आती हो. गमले को बालकनी या छत पर रख सकते हैं. अगर छाए में गमले को रखेंगे तो पत्तियां लंबी होंगी, लेकिन मूली छोटी होगी.
मूली के पौधे के लिए तापमान 10-18 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए.
कितने दिन में दिखने लगते हैं पौधे?
मूली के बीजों के गमले में बोने के 5-7 दिन बाद छोटे-छटे पौधे उगने लगते हैं. हालांकि फसल तैयार होने में 4-5 हफ्ते का वक्त लगता है. इसके बाद आप इसे गमले से उखाड़कर इस्तेमाल कर सकते हैं.
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