सर्दियां आते ही ज्यादातर पौधों की ग्रोथ रुक-सी जाती है. लेकिन गेंदे का पौधा ही ऐसा है जो ठंड में भी जमकर फूल देता है. लगभग हर घर में सर्दियों के लिए यही पहला पौधा लगाया जाता है. यह आसानी से बढ़ता है, ज्यादा देखभाल नहीं मांगता और जब खिलता है तो पत्तियों से ज्यादा फूल नजर आते हैं.
कई लोगों की ये भी शिकायत रहती है कि उनके घर में लगे गेंदे के पौधे में कलियां नहीं आ रहीं. अगर आपके साथ भी यही हो रहा है, तो घबराइए मत. सिर्फ कुछ आसान घरेलू उपाय पौधे को इतना मजबूत बना देंगे कि वह सर्दियों भर फूलों से लदा रहेगा.
गेंदे के पौधे में ये 5 चीजें डालकर देखिए कलियां इतनी आएंगी कि गिन नहीं पाएंगे
1. सरसों की खली
ज्यादातर लोग नहीं जानते कि गेंदे में कली न बनने की सबसे बड़ी वजह मिट्टी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश की कमी होती है. सरसों की खली इन तीनों पोषक तत्वों का बेहतरीन सोर्स है. 1 लीटर पानी में 1 चम्मच खली घोलकर 24 घंटे बाद पौधे में डाल दें. ये जड़ों तक पोषण पहुंचाता है और फ्लावरिंग हार्मोन को एक्टिव करता है. इसे मिट्टी में डालने के 10-15 दिन बाद पौधा नई शाखाओं के साथ नई कलियां निकालना शुरू कर देता है.
2. केले के छिलके से बनाएं खाद
गेंदे में फूल कम आने का दूसरा कारण होता है पोटैशियम की कमी. केले के छिलकों में भरपूर पोटैशियम होता है, जो फूलों का आकार बड़ा करता है और उनका रंग गहरा व आकर्षक बनाता है. सूखे छिलकों को पीसकर पाउडर बनाएं या ताजे छिलकों को 2–3 दिन पानी में भिगोकर उस पानी को पौधे में डालें. दोनों ही तरह यह फर्टिलाइजर जबरदस्त काम करता है. कुछ दिनों में फूलों की संख्या और साइज दोनों बढ़ जाते हैं.
3. किचन वेस्ट से बनाएं होममेड कंपोस्ट
गेंदे के लिए मिट्टी का भुरभुरी, हल्की और पोषक तत्वों से भरी होना बहुत जरूरी है. किचन वेस्ट से बना कंपोस्ट मिट्टी की क्वालिटी बढ़ाता है, जड़ों को फैलने में मदद करता है और पौधे की इम्यूनिटी बढ़ाता है. जब जड़ें मजबूत होती हैं, तो पौधा खुद-ब-खुद ज्यादा कलियों पर एनर्जी लगाता है. कंपोस्ट डालने के 10–15 दिन बाद पौधे में नई कलियां दिखने लगती हैं.
4. नीम की खली डालें
कई बार गेंदे में फूल इसलिए नहीं आते क्योंकि मिट्टी में छिपे कीड़े, फंगस या बैक्टीरिया जड़ों को नुकसान पहुंचा देते हैं. नीम की खली एक नेचुरल कीटनाशक की तरह काम करती है. यह मिट्टी को फंगल और बैक्टीरिया से सुरक्षित रखती है, जिससे जड़ें हेल्दी रहती हैं. जब जड़ें सुरक्षित होती हैं, तो पौधा अपनी सारी एनर्जी फ्लावरिंग में खर्च करता है और तेजी से नई कलियां खिलने लगती हैं.
5. एप्सम सॉल्ट के साथ हल्की धूप
सर्दियों में कभी-कभी पौधा हरा दिखता है, लेकिन उसके अंदर क्लोरोफिल कम बनता है, जिससे फ्लावरिंग रुक जाती है. 1 लीटर पानी में 1 चम्मच एप्सम सॉल्ट मिलाकर पौधे में डालें. ये मैग्नीशियम का सबसे आसान सोर्स है. यह क्लोरोफिल बनाने की प्रक्रिया तेज करता है. जब पत्तियां हेल्दी होती हैं, तो पौधा तेजी से नई शाखाएं और नई कलियां निकालने लगता है. एप्सम सॉल्ट डालने के 10-15 दिन के अंदर कलियों का आना शुरू हो जाता है. इसके साथ रोज 3-4 घंटे हल्की धूप देना बोनस की तरह काम करता है.