आज ब्लिंकिट, इंस्टामार्ट, बिग बास्केट, ज़ेप्टो के जमाने में डिलीवरी बैग्स का घर में अंबार लगने लगा है. हर ऑनलाइन डिलीवरी के साथ एक नया बैग आ जाता है. जो कभी प्लास्टिक का पर्यावरण-अनुकूल विकल्प लगता था, अब वह एक झंझट और बोझ बन गया है. बैग्स का ढेर बढ़ता जा रहा है, और सवाल यह है- इनका करें तो करें क्या?
क्विक कॉमर्स और बैग बूम
क्विक कॉमर्स ने हमारी शॉपिंग की आदतें पूरी तरह बदल दी हैं. चिप्स चाहिए? 10 मिनट में. डिटर्जेंट खत्म? 15 मिनट में. और हर बार, एक नया पेपर बैग. हर दिन की ग्रॉसरी, स्नैक्स और महीनेभर की रिफिल्स मिलाकर लगभग हर किसी के घर में बैग्स का पहाड़ खड़ा हो रहा है. हालंकि, समस्या यह नहीं कि ये बैग बेकार हैं, बल्कि यह है कि हम इन्हें क्रिएटिव तरीकों से दोबारा इस्तेमाल नहीं करते.
झंझट से यूज तक
क्रिएटिव हैक्स: घर पर पेपर बैग्स का इस्तेमाल
1. खाने-पीने में उपयोग
कई लोगों ने इन बैग्स का इस्तेमाल खाने की पैकिंग में भी शुरू कर दिया है. IHM कोलकाता के फैकल्टी सुभदीप साहा ने द टेलेग्राफ इंडिया को बताया कि वह आमतौर पर कचरे के लिए पेपर बैग इस्तेमाल करते हैं , लेकिन एक बार उन्होंने ब्लिंकिट के एनवेलप में होममेड एग रोल पैक किया था और यह अच्छा आइडिया था.
2. गिफ्ट रैपिंग
3. ट्रैवल हैक्स
कानूनी सलाहकार और शेफ द्युथि बनर्जी का कहना है कि वह इन बैग्स को कपड़े, एक्सेसरीज़ और गिफ्ट पैक करने में इस्तेमाल करती हैं. ये लगेज ऑर्गनाइज़ करने के लिए भी बेहतरीन हैं. अगर बैग्स बहुत ज्यादा हो गए हैं, तो उन्हें कबाड़ियों को बेचना सबसे आसान और जिम्मेदार तरीका है.
शेफ पृथ्वीश चक्रवर्ती बताते हैं कि अनऑर्गनाइज़्ड रिसाइक्लिंग सेक्टर बहुत अच्छा काम कर रहा है. ब्राउन पेपर के लगभग 8-10 रुपये प्रति किलो मिलते हैं. पैसा भले ही कम हो, लेकिन कम से कम ये सही चैनल में जाता है.”
प्लास्टिक पैकेजिंग का क्या करें?
क्विक कॉमर्स जहां पेपर बैग्स पर निर्भर है, वहीं Amazon, Flipkart, Myntra जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां अक्सर प्लास्टिक पैकेजिंग का इस्तेमाल करती हैं.
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