Humanoid Robot Controlled By VR: 1800 किलोमीटर दूर बैठा ऑपरेटर! गैस पर स्टेक पका रहा रोबोट... आखिर कैसे हो पाया ये मुमकिन

चीन की कंपनी के ह्यूमनॉइड रोबोट को किया गया 1800 किलोमीटर की दूरी से ऑपरेट. ऑपरेट करने के लिए इस्तेमाल किए गए वीआर ग्लासेस. रोबोट की सटीकता से इंटरनेट पर मची खलबली. रोबोट कंपनी के शेयर में हुआ 3 फीसदी का इज़ाफा.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 12:27 PM IST

रोबोट्स की दुनिया अद्भुत दुनिया है. विशेषतौर पर जबसे एआई आया है, यह दुनिया नए आयाम छूती जी रही है. हाल ही में एक ऐसा वाक्या सामने आया जहां एक रोबोट को करीब 1000 किलोमीटर की ज्यादा दूरी से ऑपरेट किया गया. उसे ऑपरेट करने के लिए वीआर ग्लासेस का इस्तेमाल किया गया. 

वीआर ग्लास को पहनने के बाद शख्स की आंखों के सामने एक अलग ही दुनिया नज़र आती है. इस मामले में जिस शख्स ने उन ग्लासेस को पहना था. वह रोबोट की नज़र से अपने आस-पास रखी चीज़ों को देख पा रहा था. साथ ही कमांड देने पर वह रोबोट से काम भी करवा सकता था. लेकिन कहां का है यह वाक्या, चलिए आपको बताते हैं.

वीचैट अकाउंट से मची खलबली
दरअसल ह्यूमनॉइड रोबोट बनाने वाली कंपनी शेंज्हेन डोबोट ने वीचैट के उपर एक 4 मिनट का वीडियो अपलोड किया. यह वीडियो इतना वायरल हुआ कि जिसने भी देखा वह इसकी तारीफ करने लगा. वीडियो में देखा जा सकता था, कि किस प्रकार ह्यूमनॉइड रोबोट को 1800 किलोमीटर की दूरी से ऑपरेट किया.

वीडियो में देखा जा सकता था कि ऑपरेटर किस प्रकार वीआर (वर्चुअल रिएलिटी) ग्लासेस पहनकर रोबोट को कमांड दे रहा था. और रोबोट ठीक उसी प्रकार से अपने हाथ की मुद्राओं को कर रहा था.

क्या खास काम करवाया गया रोबोट से
जिस ह्यूमनॉइड रोबोट का इस्तेमाल किया गया उसका नाम डोबोट एटम है. वीडियो में डोबोट एटम को एक स्टेक का पीस पकाते हुए दिखाया गया. यानी एक तरफ से ऑपरेटर अपनी हाथ की मुद्राओं को स्टेक तैयार करने के हिसाब से कर रहा था. और दूसरी रोबोट उन्हीं मुद्राओं की नकल कर रहा था. जिसका अंजाम यह हो रहा था कि वह स्टेक को तैयार कर पा रहा था.

बता दें कि डोबोट एटम एक ऐसे प्रकार का रोबोट है जिसका केवल उपरी भाग कंट्रोल किया जा सकता है. उसकी लोवर बॉडी को कंट्रोल नहीं कर सकते हैं.

कितनी सटीकता दिखी वीआर से कंट्रोल करने में
इस वीडियो के वायरल होने के बाद कंपनी के शेयर वैल्यू भी बड़ी. जिस तरह की सटीकता के साथ ह्यूमनॉइड को कंट्रोल किया जा रहा था. उसमें केवल 0.05 मिनिमीटर की कमी हो सकती थी. वीडियो में देखा जा सकता था, कि रोबोट किस प्रकार पैन में तेल डाल रहा है, स्टेक को सही प्रकार से पकाने के लिए ठीक समय पर पलट रहा है, साथ ही उसके पकने के बाद उसपर नमक छिड़क रहा है.

एक तरह से कह सकते हैं कि वह रोबोट एक इंसान द्वारा किए जाने वाले कामों को कर रहा था. इस तकनीक में विकास करने पर और सटीकता लाई जा सकती है और कई अन्य काम ह्यूमनॉइड से करवाए जा सकते हैं. 1800 किलोमीटर की दूरी से भी जब इसको ऑपरेट किया गया, तो कमांड रोबोट तक पहुंचने में किसी प्रकार की देरी नहीं देखी गई.

 

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