आजकल बहुत से डेटिंग एप्स हैं जिनके जरिए आप अपने लिए पार्टनर ढूंढ़ सकते हैं. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसी मैचमेकिंग ऐप के बारे में जिससे आप अपने पेट डॉग के लिए साथी, दोस्त या पार्टनर खोज सकते हैं. इस मैचमेकिंग ऐप का नाम है- Doffair और इसे शुरू किया है हैदराबाद के मौर्य कंपेली ने.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मौर्य खुद एक कुत्ता नहीं पाल सकते थे. लेकिन जब भी वह किसी ऐसे दोस्त के घर जाते जिसके पास पालतू कुत्ता था, तो देखते कि ये जानवर कितने अकेले रहते हैं. अर्बन लाइफस्टाइल में जानवरों के पास सोशलाइज करने का या दोस्त बनाने का ज्यादा मौका नहीं होता है.
उन्हें अहसास हुआ कि यह समस्या सिर्फ कभी-कभी की नहीं है. पशु चिकित्सकों, पेट पैरेंट्स और ग्रूमर्स से बात करने पर उन्होंने पाया कि बहुत सारे कुत्ते अकेलेपन, बोरियत और व्यवहार संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं, क्योंकि उन्हें अन्य कुत्तों के साथ नियमित संपर्क नहीं मिल पाता.
यह डॉग्स या किसी भी पालतू जानवर की इमोशनल हेल्थ की बात है. कुत्तों को भी सामाजिक जुड़ाव की ज़रूरत होती है, जैसे हमें होती है. लेकिन कोई प्लेटफ़ॉर्म नहीं था जो इसमें मदद कर सके. इस सोच से जन्म हुआ Doffair का. यह सिर्फ एक डेटिंग ऐप नहीं है बल्कि एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म जो पेट पैरेंट्स, लोकल पेट सर्विस प्रोवाइडर्स और पशु चिकित्सकों को जोड़ता है.
मार्च में लॉन्च हुए इस ऐप की शुरुआती टेस्टिंग 100 यूज़र्स के साथ की गई थी. सिर्फ दो महीनों में इसने 10,000 डाउनलोड्स पार कर लिए और यह ग्रोथ लगभग पूरी तरह ऑर्गेनिक रही, क्योंकि सोशल मीडिया पर पेट इवेंट्स के वीडियो वायरल हुए.
Doffair पर यूज़र्स अपने कुत्तों की प्रोफाइल बना सकते हैं- जिसमें नस्ल, एनर्जी लेवल, स्वभाव, और पसंद जैसी जानकारियां शामिल होती हैं. ऐप इन जानकारियों के आधार पर आसपास के उपयुक्त कुत्तों से मैच करता है. लोकेशन, व्यवहार, और रुचियों के आधार पर फिल्टर करके लोग अपने पेट्स के लिए प्लेडेट प्लान कर सकते हैं.
यह सिर्फ "रोमांटिक पेयरिंग" के लिए नहीं है- बल्कि साथी, दोस्ती और इमोशनल सपोर्ट के लिए है. ऐप को यूजर्स से पॉजिटिव रिव्यू मिल रहे हैं. एक यूजर का कहना है कि वह अपने कुत्ते के लिए दोस्त ढूंढने के लिए वेट्स से लेकर व्हाट्सऐप ग्रुप्स तक सब ट्राई कर चुकी थीं. कुछ काम नहीं आया और फिर उन्हें Doffair मिला.
मौर्य और उनकी टीम पशु चिकित्सकों और पेट प्रोफेशनल्स के साथ मिलकर मॉरल ब्रीडिंग के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं. वह नहीं चाहते कि यह प्लेटफॉर्म अवैध ब्रीडर्स के लिए कोई शॉर्टकट बन जाए. उन्हें हैदराबाद, मुंबई और बेंगलुरु से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है.