Largest Private Residence: 170 कमरे... रहने वाले सिर्फ 5! भारत में ही है दुनिया का सबसे बड़ा घर, बकिंघम पैलेस से चार गुना बड़ा, जानिए कौन है इसका मालिक?

मुकेश अंबानी एंटीलिया बेहद बड़ा है लेकिन दुनिया के सबसे बड़े घर के आगे एंटीलिया भी फीका है. दुनिया का सबसे बड़ा घर और कहीं नहीं भारत में ही है. ये घर इतना बड़ा है कि इसमें लंदन के बकिंघम पैलेस जैसे चार महल समा जाएंगे.

दुनिया का सबसे बड़ा घर (Photo Credit: Getty)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 18 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 9:23 PM IST
  • ये है दुनिया का सबसे बड़ा घर
  • मुकेश अंबानी के एंटीलिया से भी बड़ा है ये घर

दुनिया के सबसे बड़े घर की बात आती है तो जेहन में बकिंघम पैलेस और एंटीलिया आता है लेकिन ऐसा नहीं है. दुनिया का सबसे घर बकिंघम पैलेस से भी बड़ा है. ये घर इतना विशाल है कि इसमें बकिंघम पैलेस जैसे चार महल आसानी से समा जाए. ये घर और कहीं नहीं, भारत में ही है. दुनिया का सबसे बड़ा निजी आवास दिल्ली-मुंबई में नहीं, गुजरात के वड़ोदरा में है. दुनिया का सबसे बड़ा घर कैसा है? आइए इस बारे में जानते हैं.

कहां है दुनिया का सबसे बड़ा घर?

ये महल गायकवाड़ परिवार का घर है. गायकवाड़ मराठा राजवंश का एक बड़ा घराना है जिसने 18वीं सेंचुरी से 1947 तक तक पश्चिमी भारतीय रियासत पर राज किया. इस रियासत को अब वड़ोदरा के नाम से जाना जाता है. दुनिया के सबसे बड़े घर में चार गायकवाड़ राजाओं का राज्याभिषेक हुआ. आखिरी बार 2012 में इस महल में महाराजा समरजीत सिंह रणजीत सिंह गायकवाड़ का राज्याभिषेक हुआ. पहले इस महल के अंदर लोगों का जाना मना था लेकिन महाराजा समरजी सिंह और महारानी राधिकाराजे ने इस पैलेस के गेट आम लोगों के लिए खोल दिए. अब इस विशाल घर को आम लोग भी देख सकते हैं.

  • दुनिया का सबसे बड़ा घर लक्ष्मी विलास पैलेस है. लक्ष्मी विलास पैलेस गुजरात के वडोदरा शहर में है.
  • इस महल को 1890 में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय ने बनवाया था. यह दुनिया का सबसे बड़ा निजी आवास (Private Residence) माना जाता है. 
  • दुनिया के सबसे बड़े घर लक्ष्मी विलास पैलेस में लगभग 170 कमरे हैं. यह महल आकार में बकिंघम पैलेस से चार गुना बड़ा है. 
  • लक्ष्मी विलास पैलेस लगभग 500 एकड़ में फैला हुआ है. इस महल का आर्किटेक्चर इंडो-सरसेनिक शैली पर बेस्ड है.

कितना बड़ा है लक्ष्मी विलास पैलेस?

आर्किटेक्चरल डाइजेस्ट से बात करते हुए महारानी राधिकाराजे बताती हैं, 'मैं यहां 23 साल से रह रही हूं और अब भी मैं कुछ चीजें पहली बार देख रही हूं.' 30.5 मिलियन स्क्वायर फीट में फैला लक्ष्मी विलास पैलेस दुनिया का सबसे बड़ा प्राइवेट रेजिडेंस है. यह तुर्की के व्हाइट पैलेस से 10 गुना बड़ा है और बकिंघम पैलेस से चार गुना बड़ा है.

  • 135 साल पुराना लक्ष्मी विलास पैलेस (Laxmi Vilas Palace) वाकई दुनिया का सबसे बड़ा घर (Private Residence) है.
  • लक्ष्मी विलास पैलेस लगभग 500 एकड़ में फैला हुआ है. यह लंदन के बकिंघम पैलेस से करीब चार गुना बड़ा है.
  • इस महल में 170 से ज्यादा कमरे बने हुए हैं. इसके अलावा विशाल बगीचे, तालाब, एक गोल्फ कोर्स और छोटे-छोटे महलनुमा हिस्से भी शामिल हैं.
  • लक्ष्मी विलास पैलेस का दरबार हॉल (Durbar Hall) इतना बड़ा है कि इसमें एक साथ हजारों लोग बैठ सकते हैं.
  • यह दुनिया का सबसे भव्य और अनोखा महल माना जाता है. आम लोग इस महल के ज्यादातर हिस्से में जा सकते हैं.

किसने बनवाया ये महल?

  • वड़ोदरा में बने लक्ष्मी विलास पैलेस (Laxmi Vilas Palace) को महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय (Maharaja Sayajirao Gaekwad III) ने बनवाया था.
  • साल 1878 में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय ने लक्ष्मी विलास पैलेस के डिज़ाइन का काम ब्रिटिश आर्किटेक्चर मेजर चार्ल्स मैन्ट को सौंपा. 
  • इसे बनाने के लिए यूरोपियन आर्किटेक्ट्स को बुलाया गया. इसका डिजाइन चार्ल्स मैन्ट (Charles Mant) ने तैयार किया था.
  • मांट ने भारत की अन्य रियासतें बिहार, कोल्हापुर और दरभंगा में भी महलों का डिज़ाइन तैयार किया था. 
  • 1878 में वड़ोदरा के लक्ष्मी विलास पैलेस का काम शुरू हो गया. चार्ल्स मैन्ट इस पैलेस को पूरा नहीं कर पाए. 1881 में उनकी मौत हो गई.
  • कहा जाता है कि इस महल को बनाते समय उनसे कैलकुलेशन गलत हो गई थी. उनको इसके गिरने का डर सताने लगा था. इस वजह से चार्ल्स मैन्ट ने सुसाइड कर ली थी.
  • चार्ल्स मैन्ट की मौत के बाद इस पैलेस को बनाने का काम रॉबर्ट फेलोज़ चिशोल्म को सौंपा गया. 1890 में गायकवाड़ परिवार का ये भव्य महल बनकर तैयार हुआ.
  • 135 साल पहले इस भव्य और आलीशन महल को बनाने में 27 लाख रुपए का खर्च आया था. आज भी ये पैलेस मजबूती से खड़ा हुआ है.

इस घर में कौन रहता है?

  • 135 साल पुराना लक्ष्मी विलास पैलेस आज भी गायकवाड़ शाही परिवार का प्राइवेट रेजिडेंस है. गायकवाड़ फैमिली आज भी इस घर में रहती है. 
  • दुनिया के सबसे बड़े घर में महाराजा महामहिम समरजीतसिंह रणजीतसिंह गायकवाड़ अपने परिवार के साथ रहते हैं. महाराजा गायकवाड़ वंश की 13वीं पीढ़ी के राजा माने जाते हैं.
  • लक्ष्मी विलास पैलेस महाराजा समरजीतसिंह रणजीतसिंह गायकवाड़ और उनकी पत्नी महारानी राधिकाराजे गायकवाड़ का घर है.
  • महाराज और महरानी इस महल में अपनी दो बेटियां पद्मजाराजे और नारायणीराजे और रानी मां महारानी शुभांगिनीराजे गायकवाड़ के साथ रहते हैं. 
  • इस बड़े से 170 कमरों वाले महल में सिर्फ 5 लोग ही रहते हैं. गायकवाड़ फैमिली विशाल महल के एक हिस्से में रहते हैं.
दरबार हॉल (Photo Credit: Getty)

महल में क्या-क्या है?

लक्ष्मी विलास पैलेस सिर्फ एक महल ही नहीं बल्कि एक शाही शहर जैसा परिसर है. ये महल इंडो-सरसेनिक आर्किटेक्चर में बना विशाल महल है. इसमें 170 से अधिक कमरे हैं. लक्ष्मी विलास पैलेस यूरोपियन और भारतीय शैली का अद्भुत संगम है. इस महल में टूरिस्ट को काफी कुछ देखने को मिलता है

  • दरबार हॉल- ये महल का सबसे भव्य हिस्सा है. दरबार महल की ऊंची छतों पर इटालियन मोसेक और स्टैंड ग्लास लगे हैं. यहां पर शाही समारोह और संगीत कार्यक्रम होते थे. दरबार हॉल में आज भी कॉन्सर्ट और कल्चरल प्रोग्राम किए जाते हैं.
  • शाही म्यूजियम- महल के म्यूजियम को देखकर आप यहां की भव्यता का आनंद ले सकते हैं. यहां शाही परिवार की पुरानी वस्तुएं, हथियार, पेंटिंग और मूर्तियां रखी गई हैं. यूरोपियन और भारतीय कलाकारों की बेहतरीन कृतियां देखने को मिलती हैं. यहां पर राजा रवि वर्मा की कई पेंटिग्स भी रखी हुई हैं.
  • गोल्फ कोर्स- महल के परिसर में 10-होल गोल्फ कोर्स बना हुआ है. इसे शाही परिवार और उनके खास मेहमानों के लिए बनाया गया था.
  • शाही बगीचे और तालाब- पैलेस के कॉम्पलेक्स में सुंदर लैंडस्केप गार्डन और तालाब बने हैं. यह जगह फोटोग्राफी और सैर के लिए शानदार है.
  • महल परिसर में कई छोटे महल और भवन बने हैं. यहां पुराने युद्धकालीन अवशेष और हथियार भी देखे जा सकते हैं.
  • पैलेस का एक बड़ा हिस्सा अब पर्यटकों के लिए खुला है, जहां गाइडेड टूर कराए जाते हैं.
  • इतने विशाल 170 कमरों वाले महल में वास्तव में सिर्फ कुछ ही लोग रहते हैं, जबकि इसका अधिकांश हिस्सा इतिहास, कला और पर्यटन के लिए खुला रहता है.

टिकट और टाइमिंग

  • लक्ष्मी विलास पैलेस गुजरात के वडोदरा शहर में है. शहर के बीचों-बीच होने की वजह से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है.
  • वडोदरा रेलवे स्टेशन से महल की दूरी लगभग 3-4 किलोमीटर है. ऑटो या टैक्सी से 10 मिनट में पहुंचा जा सकता है. वडोदरा एयरपोर्ट से पैलेस लगभग 6 किलोमीटर दूर है.
  • लक्ष्मी विलास पैलेस घूमने का समय सुबह 9:30 बजे से शाम 5 बजे तक रहता है. इस बात का ध्यान रखें कि पैलेस सोमवार को बंद रहता है.
  • पैलेस को देखने की टिकट 250-300 रुपए है. इसमें ऑडियो गाइड भी शामिल है. महल के अंदर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के लिए अलग से चार्ज देना होता है.

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