समस्तीपुर में शुक्रवार को एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब दो बच्चों की मां ने सहायक जेल अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाने एसपी कार्यालय पहुंचकर अचानक अपने दोनों हाथ की नस काट ली. मौके पर अफरातफरी मच गई और पुलिस तुरंत महिला को सदर अस्पताल ले गई. यह वही महिला है, जिसने एक दिन पहले दलसिंहसराय के सहायक जेल अधीक्षक आदित्य कुमार के सरकारी आवास पर घंटों हंगामा किया था. उसका आरोप है कि 2022 में गया के विष्णुपद मंदिर में दोनों ने शादी की थी और आदित्य ने उसे पत्नी का दर्जा दिया था. महिला का दावा है कि दोनों काफी समय तक पति-पत्नी की तरह साथ रहे और आदित्य उसके बच्चों को भी अपना मानते थे.
पहली शादी से हैं महिला के दो बच्चे
महिला ने बताया कि पहली शादी से उसके दो बच्चे हैं. अनबन के बाद उसने गया कोर्ट में तलाक का केस कर रखा है. इसी दौरान उसकी मुलाकात आदित्य से हुई और धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ीं. लेकिन 30 नवंबर को आदित्य के माता-पिता के सरकारी आवास पहुंचते ही हालात बदल गए. महिला का आरोप है कि माता-पिता के दबाव में आकर आदित्य ने उसके साथ मारपीट की और घर से निकाल दिया.
खुद को बताने लगी सहायक जेल अधीक्षक की पत्नी
1 दिसंबर को महिला सरकारी आवास पर पहुंची और खुद को आदित्य की पत्नी बताते हुए हंगामा करने लगी. पुलिस ने उसे काफी समझाया लेकिन वह अंदर ही रहने की जिद पर अड़ी रही. बाद में पुलिस उसे थाने ले गई.
4 दिसंबर को एसपी कार्यालय में दोनों पक्षों को बुलाया गया था. महिला का कहना है कि आदित्य पहले उसे अपने साथ रखने को तैयार थे, लेकिन माता-पिता के आने के बाद उन्होंने अपना फैसला बदल लिया. इससे आहत होकर वह 5 दिसंबर को फिर एसपी कार्यालय पहुंची, और एसपी से न मिल पाने पर उसने गुस्से और दर्द में अपनी नस काट ली.
इलाज के दौरान महिला ने आदित्य के साथ बिताए पलों का वीडियो भी साझा किया है. उसने कहा कि उसके पास फोटो, वीडियो और कई सबूत हैं, जिन्हें वह कोर्ट में पेश करेगी. वहीं, आदित्य के पिता का कहना है कि पहली शादी से तलाक हुए बिना दूसरी शादी मान्य नहीं हो सकती. उधर महिला का साफ कहना है, 'या तो पुलिस मुझे न्याय दिलाए, आदित्य मुझे अपनाएं, या फिर आदित्य और उनके माता-पिता को जेल भेजे. नहीं तो मैं आत्महत्या कर लूंगी.'