कहते हैं कि भारत और नेपाल का रिश्ता बेटी और रोटी का है. दोनों देशों की सरहदें आज भी एक दूसरे के गले लग कर एक दूसरे का अभिनंदन करती हैं और एक दूसरे के विरासत और इतिहास के गुणगान गाती हैं. जहां एक तरफ भारत में कुछ न कुछ अलग और खूबसूरत देखने को मिलता है, वहीं पड़ोसी देश नेपाल की वादियां भी कुछ कम नहीं हैं. आज हम आपको उन्हीं वादियों की झलक दिखाने जा रहे हैं. साथ में यह भी बताएंगे कि कैसे आप भारत के किसी भी कोने से नेपाल की इन जगहों पर आसानी से पहुंच सकते हैं.
कालीन चौक, दोलखा
कालीन चौक नेपाल का एक प्रसिद्ध धार्मिक और प्राकृतिक स्थल है. सर्दियों में यहां बर्फ की सफेद चादर बिछ जाती है, जो इस जगह को किसी सपनों की दुनिया जैसी बना देती है. यहां मौजूद माता कालीनचोक भगवती का मंदिर आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है. पहाड़ों पर बसी वादियां और आकाश ऐसे लगते हैं, जैसे बादल धरती को चूम रहा हो. यह जगह ट्रेकिंग और परिवार के साथ छुट्टी मनाने के लिए एक अच्छी चॉइस हो सकती है.
भारत से काठमांडू पहुंचकर सड़क के रास्ते से दोलखा जाया जा सकता है.
पोखरा, नेपाल
पोखरा को नेपाल की पर्यटन राजधानी भी कहा जाता है. यहां का पानी इतना साफ है कि यहां मौजूद फेवा झील में पहाड़ों का प्रतिबिंब साफ नजर आता है. वहीं चारों अन्नपूर्णा पर्वतों की श्रृंखलाएं दिल को छू जाती है और सारे दृश्य आंखों को अपनी खूबसूरती पर ठहरने को मजबूर कर देते हैं. सर्दियों में यहां की ठंडक और साफ आसमान इसे और खास बना देती है.
यहां तक पहुंचने के लिए आप भारत से काठमांडू आ सकते हैं या गोरखपुर होकर पोखरा के लिए बस और फ्लाइट दोनों में से एक ले सकते हैं.
नगरकोट, नेपाल
हिमालय की गोद में बसा नगरकोट एक बेहद खूबसूरत जगहों में से एक है. एक बार यहां आ गए तो फिर जाने का मन नहीं करेगा. अगर आप सूर्योदय और हिमालय की बर्फीली चोटियों को एक साथ देखना चाहते हैं, तो नगरकोट जरूर जाएं. सर्दियों की सुबह यहां की धुंध और हल्की ठंड एक अलग ही जादू बिखेरती है.
यहां तक आने के लिए काठमांडू जाएं. काठमांडू से नगरकोट की दूरी करीब 32 किमी है, जिसे टैक्सी या बस से आसानी से तय किया जा सकता है.
पून हिल्स, नेपाल
ट्रैकिंग पसंद करने वालों के लिए पून हिल्स किसी जन्नत से कम नहीं. सर्दियों में यहां से दिखने वाला हिमालय का नजारा पर्यटकों के दिल में हमेशा के लिए बस जाता है. ठंडी हवा और शांत माहौल आत्मा तक सुकून पहुंचाते हैं.
पोखरा से कुछ दूर ट्रैकिंग कर के पून हिल्स आसानी से पहुंचा जा सकता है.
चितवन, नेपाल
चितवन नेशनल पार्क वन जीवन प्रेमियों के लिए खास जगह है. वहीं सर्दियों के मौसम में यहां पर जंगल सफारी का मजा दोगुना हो जाता है. इस जगह की हरियाली, नदियां और जंगली जानवर, सब मिलकर मन को रोमांच से भर देते हैं.
काठमांडू या भारत के बिहार और यूपी बॉर्डर से सड़क के रास्ते कुछ ही घंटों में चितवन पहुंचा जा सकता है.
भारत से नेपाल कैसे जाएं
भारत के नागरिकों के लिए नेपाल जाना बेहद आसान है और वीजा की जरूरत भी नहीं पड़ती है. पासपोर्ट या वोटर आईडी जैसे डॉक्यूमेंट्स के जरिए आसानी से बॉर्डर पार किया जा सकता है. सोनौली, रक्सौल और बनबसा जैसे बॉर्डर पॉइंट्स से सड़क के रास्ते भी मौजूद हैं, जबकि दिल्ली, लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी से काठमांडू के लिए सीधी फ्लाइट की सुविधा भी उपलब्ध है. इन सेवाओं से कुछ ही घंटे में आप नेपाल पहुंच सकते हैं.
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