रागी (जिसे मंडुआ या नाचनी भी कहा जाता है) की इडली चावल या सूजी की इडली की तुलना में कहीं ज्यादा पौष्टिक होती है. रागी फाइबर, कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत होती है, साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, जिससे यह डायबिटीज़ रोगियों के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है.
कैसे बनाएं रागी की इडली?
सामग्री (4 लोगों के लिए):
- रागी का आटा- 1 कप
- सूजी (रवा- आधा कप
- दही- 1 कप (फेंटा हुआ)
- नमक- स्वादानुसार
- पानी- आवश्यकतानुसार
- इनो या बेकिंग सोडा- आधा छोटा चम्मच
- तेल- इडली सांचे में लगाने के लिए
तड़का (स्वाद बढ़ाने के लिए):
- राई – आधा छोटा चम्मच
- उरद दाल – 1 छोटा चम्मच
- करी पत्ते – कुछ पत्ते
- बारीक कटा हरा मिर्च – 1
- बारीक कटी अदरक – ½ चम्मच
- तेल – 1 छोटा चम्मच
बनाने की विधि:
बेस तैयार करें:
- एक बाउल में रागी आटा, सूजी और दही मिलाएं.
- आवश्यकता हो तो थोड़ा पानी डालें और स्मूद बैटर बना लें.
- बैटर को ढककर 15–20 मिनट के लिए रखें ताकि सूजी फूल जाए.
तड़का लगाएं:
- एक पैन में तेल गरम करें. इसमें राई, उरद दाल, करी पत्ते, हरी मिर्च और अदरक डालें.
- इसे भूनकर बैटर में मिला दें. यह इडली में बहुत अच्छा स्वाद लाता है.
भाप में पकाना:
- बैटर में इनो या बेकिंग सोडा डालें और तुरंत मिला दें. बैटर फूलने लगेगा.
- इडली सांचों को हल्का सा तेल लगाकर तैयार करें और उसमें बैटर भरें.
- इडली कुकर या भाप वाले बर्तन में 10–12 मिनट तक भाप में पकाएं.
- चाकू डालकर देखें, अगर वह साफ निकल आए तो इडली पक चुकी है.
परोसें:
- गरमागरम रागी इडली को नारियल चटनी, सांभर या पुदीना चटनी के साथ परोसें.
रागी इडली के फायदे:
- वज़न घटाने में सहायक
- ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है
- हड्डियों को मजबूत बनाती है
- फाइबर से भरपूर, पाचन के लिए उत्तम
- शिशुओं और बुजुर्गों के लिए भी उपयुक्त
अगर चाहें तो आप इस इडली को बच्चों के टिफिन में भी शामिल कर सकते हैं- यह हेल्दी भी है और स्वादिष्ट भी.
-----------------End-----------------------------