शादी कहने के लिए एक बहुत ही पवित्र बंधन है लेकिन आज के दौर में इस बंधन के मायने बदलते जा रहे हैं. बीते कुछ दिनों में शादियों से जुड़े कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जिन्होंने शादी की पवित्रता पर सवाल उठाए हैं. अब ऐसा ही एक मामला राजस्थान से भी सामने आया है. यहां दूल्हा और दुल्हन अग्नि के छह फेरे ले चुके थे कि तभी एक फोन कॉल के कारण यह शादी टूट गई.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल यह मामला राजस्थान के करौली जिले की नादौती तहसील का है. पत्रिका डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, यहां देर रात शादी का मुहूर्त था. कोई खाना खाने में व्यस्त था तो कोई दूल्हा-दुल्हन के साथ फोटो ले रहा था. जब समय आया तो दूल्हा-दुल्हन फेरों के लिए स्टेज पर पहुंचे. दोनों के बीच छह फेरे हो चुके थे कि तभी दूल्हे को एक फोन आ गया.
ऐसे में सातवां फेरा भी शुरू हो गया लेकिन वह पूरा नहीं हुआ. रिपोर्ट बताती है कि दूल्हे ने रुककर अपनी पगड़ी उतारी और कहा कि वह शादी नहीं करेगा. यह सुनकर दुल्हन और उसका परिवार दंग रह गए. उन्होंने खुद को संभाला और फिर दूल्हे को परिवार को बंधक बना लिया. आखिर मामला पुलिस तक पहुंचा और उन्होंने छानबीन शुरू की.
पंचायत तक भी पहुंचा मामला
पुलिस ने मामले को अपने हाथ में लिया. हालांकि बाद में दोनों पक्षों ने कहा कि पुलिस एक्शन की ज़रूरत नहीं है और वे मामले को आपस में सुलझा लेंगे. बाद में बात पंचायत तक पहुंची.
लोगों को मानना है कि शादी तोड़ने वाला यह फोन कॉल दूल्हे की गर्लफ्रेंड का था. उसी के कहने पर दूल्हे ने शादी न करने का फैसला किया. रिपोर्ट की मानें तो पंचायत तक मामला पहुंचने के बाद दुल्हन पक्ष के खर्च की भरपाई की गई है. साथ ही दुल्हन पक्ष को 50 लाख रुपए तक मिल सकते हैं.
कई लोगों का मानना है कि इस तरह शादी तोड़ना उस लड़की की गरिमा को ठेस पहुंचाना है. जबकि कई का मानना है कि किसी ओर से प्रेम करते हुए इस तरह शादी करने से तीन जिन्दगियां बर्बाद हो सकती थीं.