Kota: रावण का साइज ऐसा कि लगाने पड़े नट-बोल्ट, खड़ा करने के लिए लानी पड़ी क्रेनें.. एशिया बुक में रिकॉर्ड हुआ दर्ज, जानें क्या है खास

कोटा में इस वर्ष दशहरा मेले में 222 फीट का रावण खड़ा किया गया है, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इस पुतले के साइज को रिकॉर्ड कायम कर लिया है.

gnttv.com
  • कोटा,
  • 01 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 1:47 PM IST

कोटा का 132वां राष्ट्रीय दशहरा मेला 2025 इस बार इतिहास रच चुका है. दशहरे के मैदान में खड़ा किया गया 222 फीट ऊंचा रावण अब तक का सबसे बड़ा पुतला बन गया है. इस उपलब्धि के साथ कोटा का नाम एशिया बुक और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज होने जा रहा है.

रावण के पुतले से रचा कोटा का इतिहास
करीब चार महीने की मेहनत, 44 लाख रुपए की लागत और सैकड़ों कारीगरों की दिन-रात की मशक्कत के बाद यह रावण तैयार हुआ है. पहले अनुमान था कि यह 215 फीट का होगा, लेकिन माप में इसकी ऊंचाई 222 फीट निकली. इस ऊंचाई के साथ यह पुतला अब दुनिया का सबसे ऊंचा रावण बन गया है।

पिछली बार रावण खड़ा होने से पहले ही गिर गया था, लेकिन इस बार तकनीकी तैयारी और मजबूत संरचना की वजह से यह बिना किसी परेशानी के सीना ताने मैदान में खड़ा हो गया.

लोहे की नींव और हाईटेक तकनीक
विशाल पुतले को मजबूती देने के लिए इस बार प्रशासन ने मैदान के पूर्वी हिस्से में विशेष व्यवस्था की. 26 x 24 फीट का आरसीसी फाउंडेशन तैयार किया गया. पुतले का वजन लगभग 13,000 किलो है. इसे खड़ा करने के लिए 220 टन और 100 टन की हाइड्रोलिक क्रेनों का सहारा लिया गया. 8 स्टील रोड, लोहे की रस्सियां और नट-बोल्ट से इसे मजबूती दी गई. इसके चारों ओर 150 फीट का सुरक्षा घेरा बनाया गया है.

ग्रीन पटाखों से होगा दहन
कोटा का यह दशहरा पर्यावरण संदेश भी देगा. रावण में 15,000 ग्रीन पटाखे और 25 रिमोट कंट्रोल सिस्टम लगाए गए हैं. मेघनाथ और कुंभकरण (60-60 फीट ऊंचे) में 4-4 हजार ग्रीन पटाखे और 10-10 रिमोट कंट्रोल सिस्टम होंगे. दहन के वक्त आतिशबाज़ी पूरी तरह से ग्रीन तकनीक पर आधारित होगी.

उमड़ रही है भीड़
222 फीट का यह रावण खड़ा होने के बाद से ही दशहरे के मैदान में लोगों की भीड़ उमड़ रही है. हर कोई इसे नजदीक से देखने और इसके साथ तस्वीरें खिंचवाने के लिए उत्सुक है. सोशल मीडिया पर भी इस रावण के फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं.

कल होगा दहन
अब कोटा की जनता इस ऐतिहासिक पल का इंतज़ार कर रही है। कल यानी 2 अक्टूबर को विजयदशमी पर रावण, मेघनाथ और कुंभकरण का दहन किया जाएगा. ग्रीन पटाखों की आतिशबाज़ी और रोशनी से जगमगाते इस दृश्य को इतिहास के पन्नों में दर्ज किया जाएगा.

-चेतन गुर्जर की रिपोर्ट

 

Read more!

RECOMMENDED