फर्ज कीजिए आप 22 साल के हैं, एक बिजनेस में अपने पैर जमाने में लगे हुए हैं, सपनों की उड़ान भरने की तैयारी में हैं... और तभी आप पर हत्या का आरोप लग जाए. अदालत आपको दोषी मान ले, पुलिस जबरन कुबूलनामा ले ले, और आपको फांसी की सजा सुना दी जाए. यह कोई फिल्म की कहानी नहीं, बल्कि चीन के शेडोंग प्रांत के रहने वाले चेन शिजियांग की हकीकत है.
1998 में चेन की कहानी शुरू हुई, जब वह केवल 22 साल के थे. उन पर अपने गांव की एक महिला की हत्या का आरोप लगा. वो महिला कैशियर की पत्नी थी. पुलिस ने दावा किया कि चेन ने एक फर्नीचर फैक्ट्री खोलने के लिए पैसे चुराने की नीयत से हत्या की.
पुलिस ने चेन से जबरन अपराध स्वीकार करवाया
लेकिन चेन का कहना था कि पुलिस ने उनसे जबरन अपराध स्वीकार करवाया और उन्हें बुरी तरह टॉर्चर किया गया. पहले दो फैसलों में चेन को मौत की सजा और तीसरे में आजीवन कारावास सुनाया गया. लेकिन चेन की मां ने हार नहीं मानी. उन्होंने अपनी लड़ाई जारी रखी. 2006 में प्रांतीय अदालत ने मामले की फिर से सुनवाई की और पाया कि चेन के केस में कई अनियमितताएं थीं जैसे कि चेन का ऐलिबाई (सबूत जो यह दिखाता है कि कोई व्यक्ति किसी अपराध के समय वहां मौजूद नहीं था) मौजूद था, कपड़ों पर खून का कोई निशान नहीं था और हत्या में इस्तेमाल हथियार कभी बरामद ही नहीं हुआ.
इसके बाद चेन को निर्दोष करार देकर जेल से रिहा कर दिया गया. सरकार ने उन्हें मात्र 1.97 लाख युआन (करीब 27 लाख रुपये) का मुआवजा दिया.
जेल से आने के बाद शुरू की असली कातिल की तलाश
जेल से बाहर आने के बाद चेन को समाज में अपनी पहचान दोबारा बनाना मुश्किल रहा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. 2019 में उन्होंने एक स्मार्ट टॉयलेट डिजाइन किया, जिसे कई डिजाइन अवॉर्ड भी मिले. आज वे एक सफल बिजनेसमैन हैं और अपनी कंपनी चला रहे हैं.
चेन कहते हैं, “मुझे खुद को साबित करना था कि मैं एक अच्छा इंसान हूं, मेरा करियर ही मेरी जिंदगी है.”
असली हत्यारे को पकड़वाने के लिए इनाम
2024 की शुरुआत में चेन ने सोशल मीडिया के जरिए इनाम घोषित किया कि जो भी व्यक्ति असली हत्यारे के बारे में पुख्ता जानकारी देगा, उसे वह 60 लाख देंगे. उनका कहना है कि यह सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि उस महिला के लिए भी न्याय की लड़ाई है, जिसकी हत्या हुई थी.
मदद के लिए आगे आए क्राइम साइकोलॉजिस्ट
जून 2025 में एक अनुभवी पुलिस मनोवैज्ञानिक ने इस केस में दिलचस्पी दिखाई है. 'ली जियानमिंग' नाम से काम करने वाले इस विशेषज्ञ ने कहा है कि वे बिना किसी फीस के इस केस में मदद करना चाहते हैं.