गुजरे सालों में आतंकवाद से कराहती रही कश्मीर घाटी में अब उम्मीद का सवेरा दस्तक दे रहा है. कश्मीर में कचरे और कबाड़ से कारोबार खड़ा हो रहा और वो भी इको फ्रेंडली...जी हां कश्मीर के युवा बायोडिग्रेडेबल और नॉन-बायोडिग्रेडेबल दोनों ही तरह के कचरे का मैनेजमेंट कर खाद और दूसरे प्रोडक्ट बना रहे हैं.. युवाओं की इस अनूठी पहल से ना सिर्फ रोजगार का सृजन हो रहा है बल्कि घाटी की सूरत भी बदल रही है.