Deepotsav 2025: अयोध्या में जगमगाएंगे 26 लाख दीये... वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारियां शुरू

अधिकारियों ने बताया कि 26 लाख से अधिक मिट्टी के दीपक जलाए जाएंगे और 2,100 प्रतिभागियों के साथ महा आरती आयोजित की जाएगी, जो नए विश्व रिकॉर्ड स्थापित करेगी.

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समर्थ श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 07 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 10:55 AM IST

अयोध्या की पवित्र धरती इस बार दीपोत्सव 2025 में एक बार फिर दिव्य आभा से जगमगाएगी. उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने लखनऊ में अधिकारियों और क्रियान्वयन एजेंसियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस वर्ष का दीपोत्सव सबसे भव्य और मनोहारी होना चाहिए. उन्होंने कहा कि 18 अक्टूबर को मुख्य कार्यक्रम से पहले सभी लॉजिस्टिक और सुरक्षा व्यवस्थाओं की मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी.

दीपोत्सव में सामाजिक संदेशों का समावेश
मंत्री जयवीर सिंह ने निर्देश दिए कि इस साल की भव्य प्रदर्शनियां और शोभायात्रा में सामाजिक संदेश भी प्रतिबिंबित होने चाहिए, जैसे महिला सशक्तिकरण के लिए मिशन शक्ति और स्वच्छता का संकल्प स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से. उन्होंने कहा, “दीपोत्सव केवल रोशनी का पर्व नहीं बल्कि हमारे सामाजिक जागरूकता और एकता का प्रतीक होना चाहिए.”

भव्य रोशनी, रिकॉर्ड-सेटिंग कार्यक्रम और ड्रोन शो
अधिकारियों ने बताया कि 26 लाख से अधिक मिट्टी के दीपक जलाए जाएंगे और 2,100 प्रतिभागियों के साथ महा आरती आयोजित की जाएगी, जो नए विश्व रिकॉर्ड स्थापित करेगी. इसके साथ ही 1,100 ड्रोन का एरियल डिस्प्ले इस कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण होगा.

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आमंत्रण
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार के पर्यटन, संस्कृति और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ ही भारत के सभी राज्यों और कई विदेशी देशों के सांस्कृतिक प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जा रहा है. उन्होंने कहा, “अयोध्या अब विश्व में सांस्कृतिक राजधानी बन चुकी है. दीपोत्सव 2025 न केवल भगवान राम के स्वागत का पर्व है बल्कि भारत की एकता, विविधता और आतिथ्य को भी वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करेगा.”

सुलभता, सुरक्षा और पर्यावरण का ध्यान
मंत्री ने कहा कि रामकथा पार्क तक जनता की पहुंच आसान होनी चाहिए और भीड़ प्रबंधन, सफाई, प्रकाश और अन्य सुविधाओं की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय रामलीला महोत्सव को भी वैश्विक स्तर पर बढ़ावा दिया जाएगा.

सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्टेज सेटअप
उत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों के नाट्य और संगीत कार्यक्रम होंगे. विशेष रूप से दक्षिण भारत और हरियाणा के समूह प्रदर्शनी देंगे. कुल मिलाकर अयोध्या में दस प्रमुख स्थानों पर स्टेज लगाकर भारत की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा.

पर्यावरण अनुकूल और डिजिटल आकर्षण
राज्य सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि दीपोत्सव 2025 पूरी तरह से ईको-फ्रेंडली होगा. युवा और आगंतुकों के लिए भगवान राम और हनुमान की थीम पर सेल्फी प्वाइंट लगाए जाएंगे. साथ ही सैनिटेशन, जल आपूर्ति, प्रकाश और सजावट की व्यापक व्यवस्था की जा रही है.

इस साल 56 घाटों पर 26 लाख से अधिक दीपक जलाए जाएंगे. लगभग 33,000 पंजीकृत स्वयंसेवक इस कार्यक्रम में भाग लेंगे. प्रत्येक दीपक भक्ति और एकता का प्रतीक होगा. मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि दीपोत्सव अब भक्ति, नवाचार और तकनीक का संगम बन गया है.

इसमें शामिल होंगे:

  • मल्टीमीडिया प्रोजेक्शन मैपिंग शो
  • 3D होलोग्राफिक म्यूजिकल लेज़र प्रेजेंटेशन
  • ड्रोन डिस्प्ले के साथ कोरियोग्राफेड म्यूजिकल प्रदर्शन
  • ग्रीन म्यूजिकल फायरवर्क्स
  • हाइड्रोलिक स्क्रीन शो और वॉटर टेबलेट्स
  • 100 से अधिक कलाकारों द्वारा लाइव परफॉर्मेंस

सामाजिक पहल की झलक
प्रिंसिपल सेक्रेटरी (पर्यटन, संस्कृति एवं धार्मिक कार्य) अमृत अभिजात ने निर्देश दिए कि राम पथ तक जाने वाली सभी सड़कों को रोशन और सजाया जाए. मार्ग की पेड़ों को रोशनी से सजाया जाएगा. नोडल अधिकारी सुचारु समन्वय सुनिश्चित करेंगे. महिला-प्रधान झांकियां और सरकारी योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनियां सामाजिक संदेश देंगी. इस बैठक में डीजी पर्यटन राजेश कुमार, विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया, निदेशक यूपी पर्यटन (इको) प्रखर मिश्रा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

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