Ram Temple: अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के बाद, अब एक और बड़ा धार्मिक आयोजन होने जा रहा है. राम मंदिर (Ram Mandir) के शिखर पर धर्म ध्वज का रोहण किया जाएगा. 25 नवंबर 2025 को विवाह पंचमी के दिन ध्वजारोहण कार्यक्रम होना है. इस कार्यक्रम को लेकर भव्य तैयारी चल रही है.
प्रभु श्रीराम के भक्तों के लिए गर्व की बात
राम मंदिर के मुख्य शिखर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ध्वजारोहण करेंगे. राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण होना प्रभु श्रीराम के भक्तों के लिए गर्व की बात है. राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम के कारण 24 नवंबर और 25 नवंबर 2025 को श्रद्धालुओं के लिए रामलला के दर्शन बंद रहेगा. श्रद्धालु 26 नवंबर 2025 से दोबारा अपने निर्धारित समय सुबह सात बजे से रामलला के दर्शन कर सकेंगे. यह जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी है.
मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण का है विशेष धार्मिक महत्व
किसी भी मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करने का विशेष धार्मिक महत्व होता है. ऐसी मान्यता है कि मंदिर के शिखर से ही दैवीय ऊर्जा मंदिर में प्रवेश करती है. मंदिर का रक्षक धर्म ध्वज को माना जाता है. धर्म ध्वज मंदिर और उसके आस-पास के क्षेत्र को सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों और बाधाओं से सुरक्षित रखता है. ध्वजारोहण मंदिर के निर्माण कार्य की पूर्णता को भी दिखाता है.
ऐसा है राम मंदिर के शिखर पर फहराया जाने वाला धर्म ध्वज
1. राम मंदिर के मुख्य शिखर पर फहराए जाने वाले धर्म ध्वज आकार त्रिकोणीय है. इस ध्वज को 190 फीट की ऊंचाई पर चढ़ाया जाना है.
2. राम मंदिर के शिखर पर फहराया जाने वाला ध्वज केसरिया रंग का होगा.
3. ध्वज पर कोविदर वृक्ष, ओम या भगवान सूर्य का प्रतीक चिह्न अंकित होगा, जो भगवान राम के सूर्यवंशी होने का प्रतीक है.
4. ध्वज की लंबाई 22 फीट और चौड़ाई 11 फीट होगी.
5. ध्वज को 42 फीट लंबे खंभे पर 360 डिग्री घूमने वाली व्यवस्था के साथ फहराया जाएगा.
सीमित लोगों को ही निमंत्रण
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के दौरान जहां पूरे देश को न्योता दिया गया था, वहीं ध्वजारोहण कार्यक्रम में सीमित लोगों को ही निमंत्रण दिया गया है. राम मंदिर में निर्माण बहुत ज्यादा हो गया है. इस वजह से मंदिर में बैठने की जगह कम हो गई है. इसी के कारण कम लोगों को निमंत्रण दिया गया है. ध्वजारोहण के दिन यानी 25 नवंबर को सुबह आठ बजे मंदिर में प्रवेश शुरू हो जाएगा. सुबह 9 बजे तक ही मंदिर में प्रवेश हो सकेगा. ध्वजारोहण कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी की रज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संघ प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रहेंगे. यह कार्यक्रम दोपहर दो बजे तक पूरा हो जाएगा. इसके बाद आमंत्रित आथितियों को राम मंदिर का दर्शन कराया जाएगा.