भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ी कर दिया गया है. रामजन्मभूमि परिसर को अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है वहां अत्याधुनिक तकनीक से लैस सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और सुरक्षा बल पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात हैं.
सुरक्षा कर्मियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करें और आवश्यक पूछताछ की जाए. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने स्पष्ट किया कि वर्तमान हालात को देखते हुए सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है.
रामनगरी की कड़ी सुरक्षा
उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे अयोध्या जैसे धार्मिक और ऐतिहासिक जनपद में सेवा करने का अवसर मिला है. रामजन्मभूमि की सुरक्षा हमारी पहली जिम्मेदारी है, और किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पुलिस बल पूरी तरह तैयार है.
उन्होंने आगे कहा कि हर संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए पुलिस टीमवर्क के साथ काम कर रही है और किसी भी घटना या दुर्घटना को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. रामनगरी अयोध्या में अब हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा रही है सुरक्षा में कोई ढील नहीं दी जाएगी.
कब होगी राम दरबार की स्थापना
इसके साथ ही, आपको बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 99% पूरा हो चुका है. वर्तमान में प्रथम तल पर राम दरबार का निर्माण जारी है, जिसमें एक स्वर्णमंडित दरवाजा लगाया जा रहा है. अभी तक जारी सूचना मुताबिक, राम दरबार में मूर्तियों की स्थापना 23 मई को की जाएगी. मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, भगवान श्रीराम के 5 जून को विराजमान होते ही मंदिर का निर्माण कार्य पूरी तरह समाप्त हो जाएगा. इसके अलावा, 29 अप्रैल को मंदिर के शिखर पर ध्वजदंड की स्थापना भी की जा चुकी है.
(मयंक शुक्ला की रिपोर्ट)