शनिवार के दिन जूते-चप्पल का खोना है शुभ, सीधा शनि देव से जुड़ा है इसका कनेक्शन.. जानें क्या-क्या है फायदे

शनिवार को जूता-चप्पल खोना या चोरी होना ज्योतिष और परंपरा में सामान्यतः शुभ और सकारात्मक संकेत माना जाता है. यह दर्शाता है कि आपके जीवन की पुरानी बाधाएं धीरे-धीरे समाप्त हो रही हैं और नकारात्मक ऊर्जा दूर हो रही है.

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 04 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 3:26 PM IST

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिवार के दिन जूते-चप्पल का खोना या चोरी होना काफी शुभ संकेत माना जाता है. यह विशेष रूप से मंदिर से जूते-चप्पल चोरी होने की स्थिति में और भी ज्यादा शुभ माना जाता है.

किस कारण से माना जाता है शुभ

  • शनि देव का संबंध -  ज्योतिष में माना जाता है कि मनुष्य के पैरों में शनि देव का वास होता है. चूंकि जूते-चप्पल पैरों से संबंधित हैं, इसलिए ये शनि ग्रह के कारक बन जाते हैं.
  • बुरे समय की समाप्ति - शनिवार के दिन जूते-चप्पल चोरी होने का मतलब है कि आपका कठिन समय जल्द समाप्त होने वाला है और जीवन में खुशहाली तथा समृद्धि आने वाली है.
  • शनि दोष से मुक्ति - यह शनि दोष, साढ़े साती या ढैय्या के कुप्रभाव से राहत दिलाता है. शनि देव प्रसन्न होकर आपको आशीर्वाद देते हैं.
  • परेशानियों से छुटकारा - जीवन में चल रही समस्याओं और बाधाओं से मुक्ति मिलती है. कार्यों में सफलता मिलने लगती है.
  • आर्थिक लाभ - गरीबी और दरिद्रता दूर होती है तथा धन-संपदा में वृद्धि होती है.
  • प्राकृतिक दान - जब जूते-चप्पल अपने आप खो जाते हैं, तो यह प्राकृतिक दान के समान माना जाता है. यह शनि देव को अत्यंत प्रिय होता है.
  • पुराने कर्ज से मुक्ति - ऐसा माना जाता है कि शनि देव आपके जूते-चप्पल लेकर पुराने कर्ज और कर्म का बोझ हल्का कर देते हैं.

यदि आपके जूते-चप्पल शनिवार को खो जाएं तो परेशान न हों, बल्कि इसे शुभ संकेत समझें. कई लोग जानबूझकर शनिवार को मंदिर में अपने पुराने जूते-चप्पल छोड़ आते हैं. विशेष रूप से चमड़े के जूते चोरी होना और भी शुभ माना जाता है.

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