कार्तिक में तुलसी पूजा का क्या है महत्व? तुलसी के पूजन में किन सावधानियों का रखें ध्यान, जानिए सबकुछ

तुलसी सभी के घर में होती है लेकिन कार्तिक मास में तुलसी पूजा का महत्व बढ़ जाता है. कहते हैं कार्तिक माह की अमावस्या के दिन तुलसी का जन्‍म हुआ था. इसलिए इस महीने में तुलसी के सामने दीपक जलाने से विशेष लाभ मिलता है.

कार्तिक मास में तुलसी पूजा
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 27 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 5:26 PM IST
  • तुलसी के पत्ते कभी बासी नहीं होते.
  • तुलसी के सामने दीया जलाने का क्या है धार्मिक महत्व

कार्तिक यानी पुण्य फल की प्राप्ति के लिए सबसे पावन और उत्तम महीना. कार्तिक में दीपदान के साथ-साथ स्नान का जितना महत्व है उतना ही भगवान विष्णु की प्रिय तुलसी पूजन का भी है. कार्तिक में शाम के समय तुलसी के पौधे के नीचे घी का दीपक जलाना शुभ माना जाता है. देव कृपा से परिपूर्ण कार्तिक के शुभ महीने में ऐसा करने से श्रीहरि और मां लक्ष्मी समेत सभी देवी देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है.

कार्तिक मास में शाम के समय तुलसी के सामने दीया जलाने का क्या है धार्मिक महत्व?
कार्तिक माह की अमावस्या के दिन तुलसी का जन्‍म हुआ था. इसलिए यह पूरा महीना तुलसी जी को समर्पित होता है. हिंदू धर्म में तुलसी को मां के स्वरूप माना गया है. कहते हैं कि तुलसी को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है व धन से लेकर सभी प्रकार के सुख व उन सुखों को भोगने का सौभाग्य प्राप्त होता है. कार्तिक महीने में तुलसी की पूजा से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं. कार्तिक माह में बृहस्पतिवार के दिन तुलसी का पौधा लगाना उत्तम माना जाता है.

तुलसी पूजा से जुड़े ये नियम जानिए

- तुलसी का पौधा घर या आगन के बीचों बीच लगाना चाहिए.
- प्रातःकाल तुलसी के पौधे में जल डालकर, इसकी परिक्रमा करनी चाहिए.
- नियमित रूप से सायंकाल इसके नीचे घी का दीपक जलाना सर्वोत्तम होता है.
-शाम के वक्त तुलसी के पास दिया जलाने से लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है.
-रविवार के दिन तुलसी को जल तो चढ़ा सकते हैं, लेकिन उसके नीचे दीपक नहीं जला सकते.
-जहां भी तुलसी का पौधा लगाया गया है, वहां कभी गंदगी ना करें.

 

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