स्ट्रॉबेरी मून जून महीने में होने वाले पूर्णिमा के चांद को कहा जाता है. इस दौरान चांद का रंग हल्का लाल और गुलाबी होता है. यह एक खगोलीय घटना है, जो 11 जून को आकाश में दिखाई देगा. इस साल यह एक माइक्रो मून भी होगा, जो धरती से थोड़ा अधिक दूर होने की वजह से सामान्य से थोड़ा छोटा दिखाई देगा. इसका इतिहास अमेरिकी और भारतीय जनजातियों से भी जुड़ा है.
जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है वैसे-वैसे आसमान साफ दिखने लगता है. शहर के पॉल्यूशन से दूर गांव की शांति में एक अजीब सा सुकून भरा होता है. जहां चांद-तारों और आंखों के बीच केवल बादलों का पर्दा हो. ऐसे ही कुदरती घटना वाले स्ट्रॉबेरी मून का रहस्य क्या है?
स्ट्रॉबेरी मून का रहस्य-
यह कोई काल्पनिक नाम नहीं है, बल्कि स्ट्रॉबेरी मून एक साहित्यिक नाम है और इसके साथ किसानों का इतिहास भी जुड़ा है, जो मौसमी समय, कक्षीय यांत्रिकी और सांस्कृतिक परंपरा के एक दुर्लभ मिश्रण को दिखाता है. यह पूर्ण चंद्रमा न सिर्फ वसंत का अंतिम चंद्रमा है, बल्कि वर्ष का सबसे कम समय वाला चंद्रमा भी है. इस पूर्णिमा का महत्व प्रकृति और फसल के प्राचीन मेल से है. प्रकृति प्रेमियों के लिए स्ट्रॉबेरी मून एक खास क्षण होता है, जो देखने में सुंदर भी लगता है और अर्थ भी प्रदान करता है.
पूर्णिमा के बाद पकने लगते हैं फल-
ऐसी चलन है कि धरती के उत्तरी हिस्से के जंगली स्ट्रॉबेरी जून की पूर्णिमा के बाद पकना शुरू होता है. जिसका संकेत किसानों को जून के मध्य में आने वाले चंद्रमा को देखने के बाद मिलता है. यह घटना प्रकृति, समय और इंसानों के ताल मेल के खूबसूरत और अनुशासित क्रम को दर्शाता है. यह एक उदाहरण है, जो बताता है कि प्रकृति संकेत के जरिए हमें हर क्षण का अहसास कराती है. यहां तक की रात-दिन इसका सब से बड़ा उदाहरण है.
किन नामों से जाना जाता है स्ट्रॉबेरी मून-
जून के चंद्रमा को मूल अमेरिकी बेरीज रिपेन मून, ग्रीन कॉर्न मून, हॉट मून और ब्लूमिंग मून कहते हैं, जो मौसम की पहचान के एक अलग पहलू के लिए जाना जाता है. अंग्रेजी लोककथाओं में इसे फ्लावर मून, प्लांटिंग मून या मीड मून कहा जाता था, जबकि सेल्टिक संस्कृतियों ने हॉर्स मून, डायन मून और रोज मून जैसे साहित्यिक नाम दिए हैं.
कब दिखेगा स्ट्रॉबेरी मून-
पूर्ण रुप से स्ट्रॉबेरी मून 11 जून को सुबह 3 बजकर 45 मिनट पर पूर्वी हिस्से में दिखेगा. लेकिन इसको आप आज यानी 10 जून को भी देख सकते हैं. हलांकि 10 को स्ट्रॉबेरी मून अपने पूरे रूप में नहीं होगा. लेकिन इसकी कुछ झलक आज भी देखी जा सकती है. स्ट्रॉबेरी मून शहरी हिस्सों में भी देखने को मिलेगा और शांत गांव वाले हिस्से में इसका प्रभाव ज्यादा आकर्षित होगा.
अगर आप चांद प्रेमी हैं तो आज जब आकाश पूर्ण रूप से काले अंधेरे की परत तले खुद को छिपा ले, तब एक बार नजर उठाकर आकाश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में जरूर देखिएगा, क्योंकि एक पूरा गोलाकार चांद हल्के लाल और गुलाबी रंग में आसमान के माथे पर बिंदी की तरह सजेगा, जो मन को शांति देगा और जिसको देखना आपके जीवन के खूबसूरत अनुभव में से एक हो सकता है.
(ये स्टोरी अमृता सिन्हा ने लिखी है. अमृता जीएनटी डिजिटल में बतौर इंर्टन काम करती हैं)
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