प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (मंगलवार) को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर जाएंगे और मंदिर के शिखर पर ध्वज फहराएंगे. इस कार्यक्रम की तैयारियां पूरी हो गई हैं. आयोजन के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को ही अयोध्या पहुंच गए. उन्होंने वहां मंदिर परिसर में होने वाले आयोजन की तैयारियों को परखा और मंदिर प्रशासन व जनपद प्रशासन द्वारा की गईं तैयारियों का जायजा भी लिया. साथ ही जनपदीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अयोध्या पहुंचेंगे. अयोध्यावासियों का अभिनंदन करते हुए वे श्री राम जन्मभूमि मंदिर जाएंगे. इसके पहले सुबह करीब 10 बजे प्रधानमंत्री सप्तमंदिर जाएंगे और महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी मंदिर में भी शीश झुकाएंगे. इसके बाद वे शेषावतार मंदिर भी जाएंगे. सुबह करीब 11 बजे माता अन्नपूर्णा मंदिर भी जाएंगे. इसके बाद राम दरबार गर्भगृह में दर्शन-पूजन करेंगे.
विवाह पंचमी पर होगा ध्वजारोहण
विवाह पंचमी भगवान राम और माता सीता के दिव्य विवाह की स्मृति में मनाई जाती है. इस वर्ष यह दिन और भी खास है क्योंकि राम मंदिर के शिखर पर पहली बार धर्म ध्वज फहराया जाएगा. ज्योतिषीय दृष्टि से अभिजीत मुहूर्त में यह आयोजन अत्यंत शुभ माना जाता है. श्रद्धालु इस दिन पूजा और विशेष उपायों के माध्यम से दांपत्य सुख और जीवन में शांति की कामना कर सकते हैं.
ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां
ध्वजारोहण के लिए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है. राम मंदिर परिसर और पूरे शहर में रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से सजावट की गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की. मंगलवार को अभिजीत मुहूर्त में धर्म ध्वज फहराया जाएगा.
अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने और प्रसाद का विशेष प्रबंध किया गया है. प्रसाद में काजू, बादाम, पास्ता के लड्डू, रोली, चंदन और सरयू जल शामिल हैं. महिलाओं द्वारा दिन-रात मेहनत कर प्रसाद तैयार किया जा रहा है.
कैसी है सुरक्षा की तैयारी?
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा-व्यवस्था में कुल 6,970 सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें ATS के कमांडो, NSG के स्नाइपर, साइबर विशेषज्ञ और तकनीकी टीमें शामिल हैं. पूरे मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में एंटी-ड्रोन तकनीक, स्नाइपर निगरानी और उन्नत निगरानी प्रणाली कार्यरत है. भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा जांच, विस्फोटकों का पता लगाने और आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए तैनात कर्मियों को प्रमुख स्थानों पर तैनात किया गया है.
कब करेंगे पीएम ध्वजारोहण?
प्रधानमंत्री दोपहर करीब 12 बजे श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा झंडा फहराएंगे. यह आयोजन मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की शुभ पंचमी पर श्रीराम और मां सीता की विवाह पंचमी के अभिजीत मुहूर्त के साथ होगा. ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त दोपहर 11:58 बजे से 12:30 बजे के बीच निर्धारित है. ध्वज 22 फुट लंबा और 11 फुट चौड़ा भगवा ध्वज है, जो मंदिर की पूर्णता का प्रतीक है. जिस पर भगवान श्री राम की प्रतिभा और वीरता का प्रतीक चमकते सूरज की तस्वीर है. इस पर कोविदारा पेड़ की तस्वीर के साथ 'ॐ' लिखा है. पवित्र भगवा झंडा रामराज्य के आदर्शों को दिखाते हुए गरिमा, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश देगा.
झंडा पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर आर्किटेक्चरल स्टाइल में बने शिखर पर फहराया जाएगा, जबकि मंदिर के चारों ओर बना 800 मीटर का परकोटा (दक्षिण भारतीय आर्किटेक्चरल परंपरा में डिज़ाइन किया गया घेरा) मंदिर की आर्किटेक्चरल विविधता को दिखाता है. मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर की बाहरी दीवारों पर वाल्मीकि रामायण पर आधारित भगवान श्री राम के जीवन से जुड़े 87 बारीकी से पत्थर पर उकेरे गए प्रसंग हैं. घेरे की दीवारों पर भारतीय संस्कृति से जुड़े 79 कांस्य-ढाल वाले प्रसंग रखे गए हैं.