महाराष्ट्र राज्य स्थित शिरडी साईं मंदिर (Shirdi Sai Temple) में भक्तों ने अब तक 500 किलो से ज्यादा सोना और 6000 किलो से ज्यादा चांदी का चढ़ावा चढ़ाया है. साईं मंदिर प्रशासन ने इसका खुलासा किया है. बड़ी बात ये है कि शिरडी में वीआईपी (VIP) दर्शन अब और सुलभ हो गए हैं. अब 25000 रुपए की जगह 10000 रुपए के दान पर वीआईपी दर्शन आरती की सुविधा है. करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र शिरडी है. यहां साईं बाबा के दर्शन-पूजन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु रोज आते हैं. बाबा के दरबार भक्त करोड़ों के दान चढ़ाते हैं.
साईं बाबा सबकी मनोकामनाएं करते हैं पूरी
साईं बाबा के लिए अपनी श्रद्धा और भक्ति दिखाने के लिए किसी भक्त ने सोने का मुकुट चढ़ाया तो किसी ने सोने का बना ओम साही लिखा हुआ बोर्ड तो किसी ने कीमती आभूषण चढ़ाए तो किसी ने करोड़ों की नकदी. मान्यता है कि बाबा के यहां आने वाले कोई भी व्यक्ति खाली हाथ नहीं जाता. साईं बाबा सबकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. यही वजह है कि हर साल इनके दरबार में करोड़ों का चढ़ावा आता है.
साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट के खजाने में इतने किलो सोना
शिरडी के साईं मंदिर के खजाने में हीरे, सोने के गहने शामिल हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट के खजाने में 514 किलो सोना और 6600 किलो चांदी है. साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट के मुताबिक सोने का आधा हिस्सा मंदिर के साज-सज्जा, शृंगार और रोजाना के पूजा में इस्तेमाल किया जाता है. इसमें साईं बाबा का सिंहासन, सोने का मुकुट, मंदिर के आभूषण और हार शामिल हैं. बाकी बचा हुआ सोना जो उपयोग में नहीं आता उसे ट्रस्ट रूम में पूरी तरह सुरक्षित रखा जाता है.
भक्तों को विशेष सुविधा
एक तरफ साईं बाबा का खजाना भक्तों की आस्था और श्रद्धा के साथ बढ़ता जा रहा है तो दूसरी ओर साईं बाबा मंदिर प्रशासन की नई दान नीति में भक्तों को दर्शन और आरती की विशेष सुविधा दी है. साईं बाबा मंदिर में ₹10,000 या इससे अधिक दान करने वाले भक्तों को अब मंदिर में आरती का विशेष लाभ मिलेगा. पहले यह सीमा 25000 थी. इसके कारण कई भक्त इच्छा के बावजूद आरती का लाभ नहीं उठा पाते थे. यह नीति तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर बनाई गई है.
बनाई गई है नई पॉलिसी
साईं बाबा संस्थान के भक्तों की डिमांड से अभी नई पॉलिसी बनी है. जो भक्त 10,000 से ₹50,000 तक दान करेंगे, उनके परिवार के पांच सदस्यों को विशेष आरती का लाभ मिलेगा. 50,000 से 1,00,000 तक दान करने वाले भक्तों को साल में एक बार दो आरती और परिवार के पांच सदस्यों के लिए मुफ्त दर्शन का लाभ मिलेगा. जो भक्त 1,00,000 से डेढ़ लाख रुपए तक दान करेंगे, उन्हें साल में दो बार वीआईपी आरती देखने का मौका मिलेगा और परिवार के पांच सदस्यों को साल में एक बार आजीवन वीआईपी दर्शन की सुविधा दी जाएगी.
₹5,00,000 से अधिक दान करने वाले भक्तों के लिए तीन वीआईपी आरती और साल में दो बार आजीवन वीआईपी दर्शन की सुविधा मिलेंगे. 10,000 से 25,000 तक, 25,000 से 50,000 तक, 50,000 से 1,00,000, 1,00,000 से 10,00,000 तक, 10,00,000 से 50,00,000 तक और 50,00,000 से ऊपर ऐसे अलग-अलग जो साईं भक्त डोनेशन देंगे, उनके लिए अलग-अलग पॉलिसी है. साईं बाबा के भक्तों को मिली ये नई सुविधा किसी सौगात से कम नहीं. एक तरफ जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसका लाभ उठा सकेंगे, वहीं उम्मीद है कि नई वीआईपी दर्शन नीति से साईं बाबा मंदिर के खजाने में खूब बढ़ोतरी होगी.