भगवान बद्रीविशाल के दर्शन की ललक श्रद्धालुओं में इस कदर हावी है कि कड़ाके की ठंड, बर्फबारी और शीतलहर भी उनके उत्साह को कम नहीं कर पा रही. बद्रीनाथ धाम में इस सीजन कुल 16 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं, जो पिछले वर्ष के 14 लाख 35 हजार के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. कपाट बंद होने में महज 15 दिन शेष रह गए हैं, फिर भी रोजाना करीब 5,000 यात्री धाम पहुंच रहे हैं, जिससे अंतिम दौर में यात्रा फिर से रौनक भरी हो गई है.
जल्द बंद हो जाएंगे कपाट
21 नवंबर से कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जिसमें पंच पूजन का दौर चलेगा. कपाट 25 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे. पिछले सप्ताह हुई बर्फबारी के बाद धाम में सुबह-शाम कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लेकिन श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचकर आस्था का परचम लहरा रहे हैं. प्रशासन ने यात्रियों से गर्म कपड़े पहनकर और स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए यात्रा करने की अपील की है. धाम में विभिन्न स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है और ठंड से बचाव के इंतजाम किए जा रहे हैं. जैसे-जैसे कपाट बंद होने की तिथि नजदीक आ रही है, ठंड बढ़ रही है.
लाखों श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
वही बदलते मौसम और बढ़ती ठंड के बीच एसडीएम जोशीमठ चंद्र शेखर वशिष्ठ ने बताया अंतिम चरण में भी श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है. हमने सभी जरूरी प्रबंध कर रखे हैं ताकि यात्रा सुगम और सुरक्षित रहे. बद्रीनाथ यात्रा इस बार ऐतिहासिक सफलता की ओर अग्रसर है, 16 लाख श्रद्धालु अब तक दर्शन कर चुके हैं.
- कमलनयन सिलोड़ी की रिपोर्ट