बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी राम कथा के दौरान भक्तों को नाम जप की महिमा समझाई. उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पास कोई जादुई शक्ति नहीं है, बल्कि केवल गुरु की कृपा और राम नाम का आधार है. कथा के दौरान उन्होंने अपने शिष्य चंगीलाल का एक मजेदार किस्सा सुनाया. उन्होंने बताया कि कैसे चंगीलाल ने ठंड से बचने के लिए बाल्टी के पानी में अपनी पत्नी 'शांति बाई' का नाम जपा और उसे ठंड लगनी बंद हो गई. इस व्यंग्य के माध्यम से उन्होंने संदेश दिया कि यदि पत्नी के नाम में इतनी शक्ति हो सकती है, तो भगवान के नाम से जीवन का भय भी दूर हो सकता है. इसके अलावा, उन्होंने 'गप्पू जी' और राधा-कृष्ण का प्रसंग सुनाकर बताया कि भगवान भाव के भूखे हैं, नाम के नहीं. देखिए अच्छी बात.