परमात्मा की पुकार सुनने के लिए आत्मा की पुकार सुनना आवश्यक है. अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि माया का पर्दा आत्मा और परमात्मा के मिलन में बाधा डालता है. उन्होंने एक पारसमणि का उदाहरण दिया, जो कपड़े में लिपटी होने पर लोहे को सोना नहीं बना सकती. इसी तरह माया के कारण आत्मा और परमात्मा का मिलन नहीं हो पाता. वक्ता ने कहा, 'रामकाज का फल तो मीठा ही होता है.' हनुमान जी की लंका यात्रा का वर्णन किया गया, जिसमें उन्होंने मैनाक पर्वत को प्रणाम किया और सुरसा नामक देवी का सामना किया. देखिए अच्छी बात.