अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं कि मन के खेल को समझना आवश्यक है, जहाँ व्यक्ति अपनी चीजों से कम और दूसरों की चीजों से अधिक प्रभावित होता है. जीवन में संघर्ष अनिवार्य है, बिना संघर्ष के कोई महान नहीं होता. जैसे सूरज की तरह चमकने के लिए तपना पड़ता है, दीपक को जलना पड़ता है, और सोने को अग्नि में तपना पड़ता है, वैसे ही जीवन को स्वर्णिम बनाने के लिए कठिनाइयों की अग्नि में तपना पड़ता है. हनुमान जी के चरित्र से सीख मिलती है कि उन्होंने लंका में रामकाज नहीं छोड़ा, चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आईं. देखिए अच्छी बात.