अक्षय तृतीया पर विवाह को अत्यंत शुभ माना गया है, भले ही गुरु-शुक्र अस्त हों. इस दिन सूर्य, चंद्रमा, शुक्र उच्च के होते हैं और गजकेसरी, सर्वर सिद्धि जैसे कई योग बनते हैं. मान्यता है कि इसी तिथि को शिव-पार्वती का मिलाप हुआ था.