पवित्र अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी. इस यात्रा में अब तक 1,50,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए हैं. यात्रा बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों से जारी है. श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है. इस बीच, आज छड़ी मुबारक यात्रा भी शुरू हो गई है. इसे भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है. इस साल की अमरनाथ यात्रा के 8 दिन बीत चुके हैं और यह यात्रा फिलहाल सुरक्षित और सफल तरीके से चल रही है. 1,20,000 श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा में पवित्र शिवलिंग के दर्शन किए हैं. अमरनाथ यात्रा में छड़ी मुबारक की यात्रा भी अब शुरू हो गई है. आज गुरु पूर्णिमा के दिन पहलगाम में छड़ी मुबारक की पूजा हुई. इसके बाद यह छड़ी मुबारक अलग-अलग धार्मिक स्थलों पर पूजा के लिए जाएगी और फिर अमरनाथ यात्रा के आखिरी पड़ाव की ओर बढ़ेगी. छड़ी मुबारक की यह परंपरा सदियों से चली आ रही है. पुराने समय में यह यात्रा के जत्थे के साथ श्रद्धालुओं की रक्षा के लिए जाती थी, क्योंकि उस समय मौसम और जंगली जानवरों का खतरा बना रहता था. इस साल यात्रा के पहले दिन से ही मौसम अच्छा रहा है, जिससे यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है. पिछले सालों में मौसम यात्रा के लिए सबसे बड़ा खतरा रहा है, जिससे फिसलन और भूस्खलन होता था और यात्रा निलंबित करनी पड़ती थी. अब खबरें आ रही हैं कि बाबा बर्फानी अंतर्धान हो गए हैं, यानी शिवलिंग पिघल गया है. इसके बाद से गुफा की ओर जाने वाले यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, क्योंकि वे पूरी तरह पिघलने से पहले दर्शन करना चाहते हैं. पिछले एक-दो दिनों से भीड़ बहुत बढ़ गई है. सरकार ने चिकित्सा, यात्रा, रहने और खाने-पीने की सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं. यात्रा को अब तक बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और उम्मीद है कि पंजीकरण बढ़ेंगे और अधिक श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे.