अमरनाथ यात्रा अपने अंतिम पड़ाव में है, लेकिन खराब मौसम और भारी बारिश के कारण इसे दोनों रास्तों, पहलगाम और बालटाल से, फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. इस साल यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या ने रिकॉर्ड बनाया और यह आंकड़ा 4 लाख के पार हो गया. यह तब हुआ जब यात्रा शुरू होने के एक हफ्ते बाद ही बाबा बर्फानी का हिमलिंग पिघल गया. ग्लोबल वार्मिंग और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को इसका एक कारण माना जा रहा है. एक जानकार ने कहा, "ज्यादा से ज्यादा यात्री 1 दिन में नहीं छोड़ा जाए. थोड़ा थोड़ा करके यात्री छोड़ा जाए. मैं कहता हूँ आराम से दर्शन होगा और लिंगम भी नहीं पिघल जाए." यात्रा का समापन 9 अगस्त को छड़ी मुबारक के पवित्र गुफा में पहुंचने के साथ होगा. इस कार्यक्रम में देवघर के बाबा धाम मंदिर के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया, जो एक ही स्थान पर ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ का संगम है.