अयोध्या में रामलीला के मंचन को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है. स्थानीय कलाकार, जो दशकों से रामलीला का मंचन कर रहे हैं, बॉलीवुड कलाकारों की भागीदारी पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं. कुछ कलाकारों द्वारा मर्यादा का पालन न करने पर चिंता जताई गई है, जिसमें जूते पहनकर अभिनय करना और युवा लड़कियों का पिता का किरदार निभाना शामिल है. बॉलीवुड कलाकारों पर करोड़ों रुपये के भारी बजट खर्च होने पर भी सवाल उठाए गए हैं. हालांकि, एक पक्ष का तर्क है कि कलाकार कलाकार होते हैं और उन्हें अभिनय का अधिकार है, क्योंकि भगवान हृदय के भाव देखते हैं. इस संदर्भ में "जातिरही भावना जैसी प्रभु मुहूर्त देखी थी ऐसी" का उल्लेख किया गया है. यह भी सवाल उठाया गया है कि अयोध्या में संतों का विरोध अब क्यों हो रहा है, जबकि ऐसे मंचन पहले भी कई बार हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण रामलीलाओं के लिए बजट आवंटित करने और पंजीकरण के लिए अपील का भी जिक्र है.