बुध प्रदोष का व्रत अत्यंत पावन और मंगलकारी माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों में बुध की महिमा का बखान किया गया है. कुंडली में कमजोर बुध को बलवान बनाने के लिए कई उपाय बताए गए हैं. कुछ लोग रत्नों का सहारा लेते हैं, तो कुछ गाय को चारा खिलाते हैं. दान और हवन के साथ मंत्रों के जाप की महिमा भी बताई गई है. ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि मंत्रों के सहारे बुध की कृपा पाई जा सकती है, जिससे अशांत बुध भी अनुकूल परिणाम देने लगता है. इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने से बालक तमाम प्रकार के जीवित संकटों और बीमारियों से दूर हो जाता है. बच्चा तेजस्वी और मूल्यवान बनता है, उसकी दिमागी शक्ति बढ़ जाती है. व्यक्ति और उसके बच्चे स्वस्थ रहकर सुखमय जीवन जीते हैं. बुध प्रदोष का व्रत करने से जातक स्वयं और उसका परिवार भी सुखी रहता है. मंत्र जाप भगवान विष्णु के सामने रुद्राक्ष की माला से करें. मंत्र है 'ओम बृम ब्रो सहबुद्धाय नमः'. यह जाप कम से कम तीन महीने तक करने से मजबूत बुध कई मुश्किलों को सुलझा सकता है.