चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन आज द्वितीय और तृतीया एक ही दिन हो रही है. ऐसे में इस दिन माँ ब्रह्मचारिणी और माँ चंद्र घंटा दोनों की पूजा की जा रही है. चैत्र नवरात्रि सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि शरीर और मन की शुद्धि का भी एक माध्यम है. नवरात्रि का अर्थ है नवरात्रि जिनमें माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. इस पर को वसंत नवरात्रि का त्यौहार भी कहा जाता है क्योंकि ये मौसम के परिवर्तन का भी समय होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से ये नवरात्रि शुरू होती है.