गणपति जहां होते हैं वहां शुभ ही शुभ होता है और शुभ के साथ लाभ भी आता है. गणपति पूजन से हर कामना सिद्धि की जा सकती है. एक ऐसा दिव्य महामंत्र है जिसके जाप से गजानन प्रसन्न होते हैं और जीवन में समृद्धि तथा संपन्नता का वरदान मिलता है. केवल एक मंत्र से बाप्पा प्रसन्न होकर जीवन के सारे दुख-दर्द दूर कर देते हैं. भगवान गणेश जी का अथर्वशीर्ष शक्ति, यश और तेज उत्पन्न करने, बुद्धि व मन को शांत करने तथा ज्ञान की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है. विघ्नहर्ता गणेश सुख की राह में आने वाले हर विघ्न को दूर कर देते हैं. चमत्कारी मंत्रों में 'गण' बीज मंत्र किसी भी विद्या बुद्धि वाले कार्य की शुरुआत में नौ बार कहना चाहिए. बाधाओं को तुरंत समाप्त करने के लिए भी मंत्र जाप करना चाहिए. नियमित जप मंत्र 'ओम गण गण पते नमः' है, जिसके नियमित जप से हर कार्य में सफलता मिलती है और छोटी से छोटी बाधाएं भी समाप्त हो जाती हैं. अगर कोई बड़ा कार्य सिद्ध करना हो तो नित्य प्रातः गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें. संतान प्राप्ति की कामना के लिए संतान गणपति स्तोत्र का पाठ करें. 'ओम गण गण पते नमः' का जाप प्रतिदिन 10 से 15 मिनट तक पीली हल्दी की माला से या रुद्राक्ष की माला से किया जाए तो जीवन में आने वाले किसी भी संकट का रास्ता पहले ही मिल जाता है. पूजा उपासना में मंत्र जाप को सबसे उत्तम और प्रभावशाली बताया गया है. मंगल मूर्ति गणेश के मंत्र सबसे शुभ और शक्तिशाली हैं, जिनके जाप से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.