मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड में झांसी स्थित हजारिया महादेव मंदिर एक अद्भुत शिवधाम है. इस मंदिर की मुख्य विशेषता यह है कि इसके शिवलिंग में 1000 छोटे-छोटे शिवलिंग समाहित हैं, जिसके कारण इसे हजारिया शिवलिंग के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि इस एक शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से 1000 शिवलिंगों पर जल चढ़ाने के बराबर फल मिलता है. यह मंदिर सैकड़ों साल पुराना है और माना जाता है कि इसे मराठा शासन से पहले गुसाइयों ने बनवाया था. झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई भी प्रतिदिन यहाँ शिव आराधना करने आती थीं. भक्त सावन और महाशिवरात्रि जैसे अवसरों पर दूर-दूर से दर्शन और पूजन के लिए आते हैं. यहाँ दर्शन करने वालों की मन्नतें पूरी होती हैं. मन्नत पूरी होने पर भक्त मंदिर में हवन, पूजन और भंडारा करवाते हैं. इस मंदिर से जुड़ी एक मान्यता यह भी है कि जब बुंदेलखंड क्षेत्र में सूखा पड़ता है, तो यहाँ जल चढ़ाने से महादेव अपने भक्तों का कल्याण करते हैं. ऐसा दो बार हो चुका है, जिसमें करीब 25 साल पहले बुंदेलखंड में सूखा पड़ने पर बाल्टियों से शिवलिंग को जल से भरा गया था, जिसके बाद बरसात हुई थी.