शनिदेव के कष्टों से मुक्ति के लिए हनुमान जी की कृपा महत्वपूर्ण है. हनुमान जी की भक्ति से शनि दोष से आ रही बाधाएं दूर होती हैं. वैदिक मंत्र "ओम क्षणो देवी रविश्य आपको भवंत पीते संसयो रविशवन्तु नः" का जप करें. प्रत्येक शनिवार को संकटमोचन श्रीमहावीर हनुमान जी का दर्शन, पूजन और स्तवन करें. हनुमान जी की प्रतिमा पर लाल वस्त्र और सिंदूर चढ़ाएं. नीले आसन पर उत्तर दिशा की ओर मुंह करके "ओम हंग हनुमती नमः" का जाप करें. हनुमान जी की आरती करें, प्रसाद चढ़ाएं और हनुमान मंदिर में हलवा पूरी का प्रसाद बांटें. इस विधि से शनि पीड़ा से मुक्ति मिलती है और जीवन मंगलमय होता है.