सावन में कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है। कल सावन की शुभरात्री के दिन सभी कांवड़िये भगवान शिवशंकर का जलाभिषेक करेंगे। इसके लिए कांवड़िये जल लेकर अपने गंतव्य पर पहुँच रहे हैं। कांवड़ यात्रा सिर्फ एक परंपरा नहीं, एक आध्यात्मिक यात्रा है जहाँ शिव भक्ति के रंग में पूरा भारत रंग जाता है। कहीं बोल बम की गूँज है तो कहीं हर हर महादेव के जयकारे सुनने को मिल रहे हैं।