सनातन धर्म में सूर्य को साक्षात देव माना गया है, जिनकी उपासना तन और मन को सीधे तौर पर प्रभावित करती है. सूर्यदेव को जगत पिता कहा जाता है. मान्यता है कि सूर्य की उपासना से जीवन का वरदान, तरक्की और सम्मान आसानी से मिल जाता है.