मीरा बाई ने भगवान को दूध का कटोरा अर्पित किया, जिसे भगवान ने पी लिया. जब गांव वालों ने इस पर संदेह किया और दोबारा दूध पिलाने को कहा, तो मीरा ने भगवान से प्रार्थना की, "लाखों लाज हमारी। लाज हमारी लाखों लाज आज आप हमारी लाज बचाओ।" इस प्रार्थना के बाद भगवान ने सबके सामने दूध पिया, जिससे मीरा की भक्ति का अद्भुत प्रमाण मिला और तमाशा देखने आए लोग खुद तमाशा बन गए. इस प्रसंग में मीरा और राधा के प्रेम के अंतर और उनकी भक्ति की पराकाष्ठा पर भी विस्तार से चर्चा की गई.