कैलाश पर्वत को पृथ्वी का केंद्र माना जाता है, जो हिंदू, बौद्ध और जैन धर्मों की आस्था का प्रमुख केंद्र है. यह पर्वत अपनी विशेष परिस्थितियों के कारण आज तक अजेय रहा है. यह ग्रेनाइट पत्थरों से बना है, मौसम से अप्रभावित रहता है और यहां हमेशा 'ओम ओम' की रहस्यमयी ध्वनि गूंजती रहती है. इस पर्वत को देखने वाले हर इंसान का यह विश्वास और भी मजबूत हो जाता है कि कैलाश एक सत्य है, सत्य ही शिव है और शिव ही सुंदर है, जहां प्राचीन काल से सप्त ऋषियों, संकादियों और भगवान दत्तात्रेय जैसे महानुभावों ने तपस्या की है.