अगले एक महीने तक प्रयागराज में आस्था अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा. श्रद्धा और साधना का एक रूप कल्पवास के रूप में भी दिखाई देगा. माघ मेले के साथ ही कल्पवास की भी शुरूआत हो जाती है. माघ मेले में संगट तट पर जुटने वाले लाखों श्रद्धालुओं में कल्पवासियों की अलग ही पहचान होती है. एक महीने को दौरान कल्पवासी कठिन साधना करते हैं जिसका उद्देशय होता है आत्मनियंत्रण और आत्मशुद्धि.
A wonderful sight will be seen in Prayagraj for the next one month. A form of devotion and meditation will also appear in the form of Kalpavas. Along with Magh Mela, Kalpvas also starts. Among the lakhs of devotees who gather on the Sangat coast during the Magh Mela