रुद्राभिषेक के संदर्भ में यह स्पष्ट किया गया कि घर पर शिवलिंग का रुद्राभिषेक कराने से वही फल प्राप्त होता है जो मंदिर में मिलता है. द्वादश ज्योतिर्लिंगों में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है, लेकिन गर्भगृह में वहां भी रुद्राभिषेक संभव नहीं होता. वक्ता ने कहा, "आप घर पे कराएँगे शत प्रतिशत. आपको उतना ही फल प्राप्त होगा." रुद्राभिषेक के लिए आवश्यक सामग्री और उनके विशिष्ट लाभों पर भी प्रकाश डाला गया. दूध से संतान और वंश वृद्धि, दही से धन और सुख-शांति, शहद से मधुरता और तनाव मुक्ति, घृत से शरीर की पुष्टि और बल, तथा शर्करा से धन की प्राप्ति होती है. गन्ने के रस से धन-धान्य का आगमन होता है, कुषोधक जल से गंभीर बीमारियों से मुक्ति मिलती है, और दूध, जल व शर्करा मिश्रित अभिषेक से विद्यार्थियों को अध्ययन में सफलता मिलती है. सरसों का तेल शत्रु नाश के लिए और गंगाजल मोक्ष प्राप्ति के लिए उपयोगी बताया गया.