संकष्टी चतुर्थी पर श्री गणेश की पूजा एक विशेष विधान से की जाती है. मान्यता है कि चतुर्थी के दिन विशेष तरीके से गणपति की पूजा उपासना करने से हर मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस दिन व्रत, गणेश जी की मिट्टी की मूर्ति का निर्माण, मोदक व दूर्वा का अर्पण और चंद्र पूजन का महत्व है, जिससे जीवन की बाधाएं दूर होती हैं.