सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष महत्व रखता है. इस पवित्र मास में कई विशेष कार्य किए जाते हैं. जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और शिवराचन प्रमुख हैं. सावन के चारों सोमवार को मंगला गौरी व्रत रखने का विधान है. इस दौरान तामसिक भोजन और शराब से परहेज करना चाहिए. शिवपुराण का श्रवण या पाठ करना, शिव गायत्री मंत्र का जाप करना और 'ओम नमः शिवाय' की माला जपना लाभकारी होता है.